काठमांडू। अयोध्या विवाद पर भारत की सर्वोच्च अदालत ने शनिवार को फैसला सुनाया है। इसका स्वागत देशभर में

सभी ने शांति और सौहार्द से किया। इस फैसले पर सिर्फ देश ही नहीं पड़ोसी देशों की भी नजर बनी टिकी हुई थी।

पाकिस्तान की ओर से अपेक्षानुसार फैसले पर विवादित बयान आया। लेकिन नेपाल के हिंदू समुदाय ने अयोध्या मसले

पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वागत किया है। यहां बसे हिंदू लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर अपनी खुशी का इजहार किया है।

 

जानकी मंदिर के महंत ने भक्तों को बांटी मिठाइयां

काठमांडू से 250 किलोमीटर दक्षिण में जनकपुर धाम के ऐतिहासिक जानकी मंदिर के परिसर में खुशियां मनाई गईं।

इस दौरान लोगों ने मोमबत्तियां और परंपरागत दीपक जलाकर फैसले पर अपना उल्लास जाहिर किया।इसके साथ ही

मंदिर के महंत राम रोशन दास ने जानकी मंदिर उसके आसपास सैकड़ों भक्तों कोमिठाइयां बांटी। बता दें कि जनकपुर

को भगवान राम की पत्नी सीता का जन्मस्थान माना जाता है।

 

करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान

मंहत दास ने दुनिया भर के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को इस फैसले से सम्मान मिला है। यह फैसलाउन सभी के पक्ष

में है जो सनातन धर्म में विश्वास रखते हैं।

हालांकि, सिर्फ जनकपुर में ही नहीं, दक्षिण-पूर्व नेपाल के बीरगंज और राजबिराज में भी इस फैसले का जश्न मनाया गया।

 

पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष बागमती गंगा आरती

नेपाल स्थित पशुपति विकास ट्रस्ट के पूर्व कोषाध्यक्ष ने कहा, ‘नेपाली हिंदू समुदाय इसे एक सकारात्मक कदम मानता है।’

उन्होंने कहा, ‘इसने संवेदनशील धार्मिक मुद्दे को संतुलित और उचित तरीके से हल किया गया है।’ इसी बीच,हिंदू

स्वयंसेवक संघ नेपाल की ओर से पशुपतिनाथ मंदिर में विशेष बागमती गंगा आरती का आयोजन करने काऐलान किया गया है।

 

 

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