डॉक्टर समझ रहे थे ब्रेन ट्यूमर

टीआरपी डेस्क। 15 साल से एक शख्स ने दिमाग में कुछ ऐसा पल रहा था जो दिन ब दिन उसका

दिमाग खा रहा था। वांग ली नाम के इस शख्स के दिमाग में मांस खाने वाला एक टेपवॉर्म था जो हर

दिन उसे मौत के मुंह के करीब ला रहा था।

 

चीन के वांग को साल 2007 से ही अपने दिमाग के बाएं तरफ कुछ महसूस होना कम हो गया था।

उसके बाद से उसकी तबियत अक्सर ख़राब रहने लगी थी। उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया लेकिन

कहीं से उन्हें आराम नहीं मिला। वांग का ब्रेन ट्यूमर का भी इलाज किया गया लेकिन उससे भी उन्हें

कोई आराम नहीं मिला।

वांग की ऐसी हालत हो गई थी कि उसे बार-बार दौरे और चक्कर आते थे। साल 2018 में, डॉक्टरों

को उनके मस्तिष्क में एक टेपवॉर्म के होने के संकेत मिले। जांच में डॉक्टरों को पता चला कि वह

कीड़ा मस्तिष्क की ऐसी जगह पर था कि वहां का ऑपरेशन करना बेहद मुश्किल था। हाल ही में

हुए एक ऑपरेशन में उस कीड़े को निकाला गया है।

 

दो घंटे चले ऑपरेशन में डॉक्टरों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। टेपवॉर्म को निकाला गया तो

पता चला कि वह एक ऐसा परजीवी था जो कुत्ते और बिल्लीयों में पाया जाता है।

 

सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने बताया कि जितना दिमाग का हिस्सा उस टेपवॉर्म ने खाया था उसे दोबारा

बनने में समय लगेगा।

 

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