रायपुर/पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा में पुलिस ने सूदखोर व उनके दो कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही

की है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। छापे के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से 72 ऋण पुस्तिका,

34 नग बैंक पासबुक, सात एटीएम कार्ड और 51 स्टाम्प पेपर जब्त किया है।

 

पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि मानसिंग बरिहा ने स्र्पए की आवश्यकता होने पर पिथौरा निवासी आनंद

राम अग्रवाल से एक लाख 90 हजार स्र्पए तीन प्रतिशत मासिक ब्याज पर कर्ज लिया था।

 

रहन में रखवा ली थी ऋण पुस्तिका

इसके एवज में जमीन की ऋण पुस्तिका को आनंद राम अग्रवाल ने बंधक बना रखा था। इस बीच मानसिंग का वर्ष

2014 में देहांत हो गया। कृषि कार्य और फौती कटवाने लिए उसके बेटे टेकलाल बरिहा को जब ऋण पुस्तिका की

जरूरत पड़ी तो उसने आनंद राम अग्रवाल से सम्पर्क किया और ऋण पुस्तिका वापस करने का आग्रह किया।

इस पर अग्रवाल ने तुम्हारे पिताजी वापस ले गए हैं, कहकर चलता कर दिया। इसके साथ ही उसके 12 एकड़ जमीन

को खरीद लेने का दावा किया।

 

अपने कर्मचारी के नाम करा ली रजिस्ट्री

उसने फर्जी तरीके से तेजराम दीवान निवासी सराईपाली (तेंदूकोना) के नाम से रजिस्ट्री करवा लिया। तेजराम दीवान,

आनंदराम अग्रवाल के फैंसी स्टोर्स में तब काम करता था। पैतृक संपत्ति से बेदखली के लिए धमकाए जाने पर उसने

इसकी शिकायत की। रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420,120 (बी), 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर तीनों आरोपी

आनंदराम अग्रवाल, तेजराम दीवान और भावसिंग दीवान को गिरफ्तार कर लिया है।

 

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