रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश के किसानों को किसी भी प्रकार की चिंता करने

की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार पूरा धान खरीदेगी। किसानों को समय पर भुगतान हो रहा है। धान

खरीदी के संबंध में फैलाई जा रही अफवाहों से वे दूर रहें।

 

मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर धान खरीदी की व्यवस्था को चाक-चौबंद करने राज्य के मुख्य सचिव आरपी

मण्डल अधिकारियों के साथ आज सुबह पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे ईलाकों के साथ ही राजनांदगांव,

जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा जिले के कई धान खरीदी पहुंचे।

 

26 हजार 897 किसानों को हुआ भुगतान

मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलेक्टरों को यह ताकीद दी है कि किसानों को धान बेचने में कोई दिक्कत नहीं होनी

चाहिए।  धान खरीदी केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्था दुरूस्त रखी जाए और किसानों को भुगतान समय पर

होना चाहिए।  गौरतलब है कि प्रदेश में एक दिसम्बर 2019 से 06 दिसम्बर 2019 तक पहले ही सप्ताह में एक

लाख 73 हजार 491 किसानों से 7 लाख 11 हजार 306 मैट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। धान विक्रय करने

वाले एक लाख 26 हजार 897 किसानों को 700 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।

 

सीएस ने धान खरीदी की ली जानकारी

मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर ही CS आरपी मंडल ने हेलीकॉप्टर से अधिकारियों के साथ सुबह साढ़े आठ बजे से

निरीक्षण प्रारंभ करते हुए राजनांदगांव जिले के चिरचारी, कवर्धा जिले के रेंगाखार, मुंगेली जिले के पंडरभट्टा,

बिलासपुर जिले के कोटा-पिपरसरई-भरारी-नेवरा, जांजगीर-चांपा जिले के चारपारा स्थित धान खरीदी केन्द्रों का

निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीधे किसानों से बात-चीत कर धान खरीदी व्यवस्था के बारे में जानकारी ली।

 

प्रति क्विंटल 2500 रु देगी सरकार

मुख्य सचिव मंडल ने राज्य के किसानों से कहा कि धान खरीदी अभियान के तहत किसानों से केन्द्र द्वारा निर्धारित समर्थन

मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है। केन्द्र शासन द्वारा कॉमन धान के लिए 1815 और ग्रेड-ए धान के लिए 1835 रु का

समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। खरीदी की रकम किसानों के खाते में सीधे जमा की जा रही है। उन्होंने बताया कि

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों को आश्वस्त किया है कि राज्य सरकार द्वारा अपने घोषणा पत्र में किए गए वायदे के अनुरूप

प्रति क्विंटल 2500 रु धान की कीमत देगी।

 

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