मुंबई। हिंदुजा ग्रुप के को-चेयरमैन गोपीचंद हिंदुजा का कहना है कि 2024 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी

हासिल की जा सकती है, लेकिन इस लक्ष्य की ओर तेजी से बढऩे के लिए ब्रिटिशकाल जैसी नौकरशाही (ब्यूरोक्रेसी)

सबसे बड़ा रोड़ा है। इस व्यवस्था को बदलने की जरूरत है। हिंदुजा ने कहा कि अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेहतरीन कदम उठाए और उनका नजरिया भी शानदार है, लेकिन उनकी टीम को तेजी

दिखानी होगी। हिंदुजा ने इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में मंगलवार को ऐसा कहा।

बदलाव की प्रक्रिया में तेजी जरूरी :

हिंदुजा का कहना है कि ब्रिटेन खुद भी अपनी ब्यूरोक्रेसी में बदलाव कर चुका है, लेकिन भारत में अब तक वैसी ही

व्यवस्था चल रही है। उन्होंने कहा- सात साल पहले हमारी कंपनी भारत में 20 अरब डॉलर का निवेश बढ़ाना

चाहती थी। जब इसकी शुरूआत की तो कई बाधाएं आईं, क्योंकि कारोबारी नियम-कायदे आसान नहीं थे। मोदी

सरकार आने के बाद ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की घोषणा की गई तो सोचा कि माहौल बदलेगा, लेकिन बदलाव

तेजी से होने चाहिए।

भारत में निवेश के मौके सबसे ज्यादा :

हिंदुजा का कहना है कि उनकी कंपनी भारत में ज्यादा से ज्यादा निवेश करना चाहती है, क्योंकि दुनिया के

बाकी देशों के मुकाबले यहां सबसे ज्यादा मौके हैं। हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि सरकार अपने वादे पूरे

करे। हिंदुजा ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने भी व्यवस्था में बदलाव की जरूरत बताई।

 

 

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