रायपुर। कलिंगा विश्व विद्यालय द्वारा विश्व विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दूरवर्ती शिक्षण

कार्यालय (DEB)से दूरवर्ती शिक्षण के लिए भी मान्यता प्राप्त कर ली गयीहै।आरंभ में बी.ए.,

बी.काॅम, बी. बी.ए., डी.सी.ए. और पी.जी.डी.सी.ए. के पाठ्यक्रमों में दूरवर्तीशिक्षा जनवरी

2020 से आरंभ हो जाएगी।

 

कलिंगा विश्व विद्यालय के कुलसचिव डाॅ. संदीपगांधी ने बताया कि कलिंगा विश्व विद्यालय में विगत

5 वर्षों से विभिन्न नियमित पाठ्यक्रम कोर्स संचालित हो रहे थे लेकिन विश्व विद्यालय ने काम काजी

लोगो एवं दूर बैठकर अध्ययन करने की इच्छा रखने वालो की सुविधा के लिए यूजीसी की मान्यता

के पश्चात् दूरस्थ कोर्स प्रारंभ कियाहै।

 

उन्होेनें बताया कि अब जरूरतमंद लोग अपना काम करते हुए अपने घर पर बैठकर अध्ययन करते

हुए गुणवत्ता पर क उच्चशिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयु संबंधी कोई

बाध्यता नही होगी।किसी भी उम्र के पात्र व्यक्ति दूरस्थ शिक्षण प्रणाली के तहत उच्च एवं गुणवत्तापरक

शिक्षा हासिल कर सकेंगे।इन पाठ्यक्रम से एक महत्वपूण लाभ यह भी है कि किसी अन्य कोर्स के

नियमित विद्यार्थी भी एक साथ दूसरे दूरस्थ शिक्षणकोर्स के उपाधि कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते हैं।

 

सबसे ज्यादा लाभ शासकीय और अशासकीय प्रतिष्ठान में सेवारत व्यक्तियों को है जो अपनी नौकरी करते

हुए दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से मान्य गुणवत्तापरक उच्च शिक्षा हासिल कर पाऐंगे।विद्यार्थियों को पी.सी.पी.

की कक्षाओं में उपस्थिती हेतु रविवार अथवा सेमेस्टर की परिक्षाओं के पूर्व 15 दिवसीय समग्र कार्यक्रम के

तहत सम्पूर्ण पाठ्यक्रम पूर्ण करने का विकल्प भी उपलब्ध होगा।

 

कलिंगा विश्व विद्यालय में दूरस्थ कोर्स में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को ऑनलाईन अथवा ऑफ लाईन दोनों

माध्यम से पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। प्रत्यके पंजीकृत विद्यार्थियों के लिए ऑडियों/ विडियों के

माध्यम से विषय विशेषज्ञ और अनुभवी प्राध्यापकों के व्याख्यान उपलब्ध कराये जायेंगे।

 

ऑन लाईन चैट के माध्यम से विद्यार्थी अपनी जिज्ञासाओं का समाधान संबंधित विषय के प्राध्यापक से करेंगे।

साथ ही साथ शिक्षण सामग्री विश्व विद्यालय की वेबसाईट पर उपलब्ध रहेगी तथा मोबाईल ऐप के माध्यम से

विद्यार्थियों को अध्ययन सामग्री भेजी जाएगी।

 

डाॅ. संदीप गांधी कुलसचिव ने बताया कि कलिंगा विश्व विद्यालय मध्य भारत का तेजी से उभरता हुआ विश्व

विद्यालय है। जिसने अपनी उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली आवश्यक आधुनिक संसाधन और बेहतर अधोसंरचना के

कारण अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है। आज सिर्फ भारत वर्ष के ही नही बल्कि अनेक देश के विद्यार्थी यहां

अध्ययन हासिल कर रहे हेैं। आज दूरवर्तीशिक्षण की मान्यता मिलने के बाद वह एक नया आयाम प्रस्तुत

करेगी और जन-जनतक उत्कृष्ट शिक्षा पहुंचाने के अपने मकसद में कामयाब होगी।

 

समस्त इच्छुक छात्र-छात्राएं प्रवेश संबंधी जानकारी हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाई www.idekalinga.ac.in

9907252100 पर संपर्क कर सकते है।

 

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