मैसुरु। कर्नाटक के मांड्या जिले में कृष्णा सागर बांध के पास सिविल ठेकेदार केएन राजू मौत और न्याय के देवता कहे जाने वाले यमराज का एक मंदिर बनवा रहे हैं।

वैसे तो देश में यमराज के कई मंदिर हैं, लेकिन कर्नाटक में यह मौत के देवता का पहला मंदिर हो सकता है। बताया जा रहा है कि इस मंदिर के बन जाने के बाद उसमें यमराज की 5 फुट ऊंची प्रतिमा लगाई जाएगी।

यमराज इस मूर्ति में भैंसे पर सवार दिखाए गए हैं। यह मंदिर केआरएस रेलवे स्टेशन के पास है और बेंगलुरु से 145 किमी दूर है। इस बारे में राजू ने कहा कि चूंकि यमराज के लिए कर्नाटक में कोई मंदिर नहीं है, इसलिए मैंने 4 लाख रुपये की लागत से इसे बनाने फैसला किया। इसके लिए मुझे किसी अधिकारी से कोई अनुमति लेने की जरूरत नहीं है क्योंकि मैं इसे अपनी जमीन पर बना रहा हूं।

राजू ने कहा कि मेरे मरने के बाद इस मंदिर का स्वामित्व कर्नाटक धर्मस्व विभाग के पास होगा। राजू ने यमराज के अलावा साईंबाबा, शनि और नागदेवता का मंदिर बनाया है।

उन्होंने कहा कि मेरा अगला लक्ष्य भगवान ब्रह्मा का मंदिर बनाना है।’ बता दें कि यह मंदिर होसौंदावादी गांव में बनाया जा रहा है। यमराज का मंदिर बनाते समय राजू की पत्नी और उनके बेटे ने इसका विरोध किया था लेकिन वह नहीं माने। अब यह मंदिर लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है और दूर-दूर से लोग इसे देखने आ रहे हैं।

 

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