टीआरपी डेस्क। इनोवेशन और टेक्नोलॉजी की मदद से समाधान पेश कर रहे स्टार्टअप्स भी 1 फरवरी को पेश होने वाले Budget 2020 की ओर बड़ी आस से देख रहे हैं। सरकार की तरफ से भी स्टार्टअप्स को मिल रहे फोकस से उम्मीद है कि Budget 2020 में इस क्षेत्र को इनकम टैक्स के मामले में कुछ राहत मिल जाए।

स्टार्टअप कंपनियों का मानना है कि इस क्षेत्र के लिए टैक्स कंप्लायंस की व्यवस्था को सरल बनाने से उनके लिए कैश फ्लो आसान हो सकता है। स्टार्टअप के लिए पूंजी की समस्या दूर हो जाएगी और वे इस राशि का इस्तेमाल अपने विस्तार के लिए कर पाएंगे।
छोटे किराना और खुदरा दुकानदारों के बीच काम कर रहे ऐसे ही एक स्टार्टअप और बी2बी क्षेत्र की ई-कॉमर्स कंपनी उड़ान के सह-संस्थापक सुजीत कुमार का कहना है, सरकार को औपचारिक और अनौपचारिक, दोनों तरह से नौकरियां बढ़ाने पर फोकस करना चाहिए।
खासतौर पर MSME क्षेत्र में बड़े फैसले लेने की दरकार है। सरकार को उन स्टार्टअप्स के लिए भी प्रोत्साहन के कदम उठाने चाहिए जो छोटे शहरों की परेशानियों का हर करने के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
छोटे शहरों के लिए समाधान तलाशने के काम में स्टार्टअप्स की बड़ी भूमिका रही है। उड़ान भी ऐसे शहरों के रिटेलरों और विभिन्न विक्रेताओं को आपस में जुड़ने का मंच उपलब्ध कराती है। देश के 900 शहरों के करीब 30 लाख रिटेलर इस मंच के माध्यम से देशभर के 20,000 विक्रेताओं के साथ जुड़े हुए हैं।
इनमें छोटे निर्माता, किसान, ब्रांड, दुकानदार, रेस्तरां को शामिल किया गया है। सुजीक कुमार के मुताबिक, अगर बजट में टैक्स प्रावधानों को और सरल बनाया जा सके तो स्टार्ट-अप्स की रफ्तार और तेज की जा सकेगी।
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