उचित शर्मा

विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को मिली बंपर जीत के पीछे जिन चेहरों ने भाजपा के 15 सालों के शासन में अपने पसीने सींच.सींच कर कांग्रेस को सत्ता के  गलियारों तक पहुंचाया है उन चेहरों को शुक्रवार को कांग्रेस आला कमान सोनिया गांधी व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जमकर तारीफ तो मिली वहीं ये संदेश भी दे दिया कि संगठन और सत्ता में अगर तालमेल बना रहे तो छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में आए चुनावी नतीजों को और भी राज्यों में दोहराया जा सकता है।

शायद उनका ये इशारा मध्यप्रदेश, पंजाब और राजस्थान की कांग्रेस सरकार के लिए था जहां गुटीय राजनीति की खबरें अक्सर अखबारों की हेडलाइन बनती रहती है।

जिस तरह से आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनकी टीम के मंत्री, मेयर, नगरीय निकायों के अध्यक्ष व पार्षदों ने एकजुट होकर कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात की और उन्हें प्रदेश में चलाई जा रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और आलाकमान ने जिस ध्यान से उनकी बात सुनीं उसके मायने तो यही कहते हैं कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में गुटीय राजनीति के कोई जगह बाकी नहीं है।

साथ ही आलाकमान का ये कहना कि सत्ता और संगठन के तालमेल ऐसा हो कि अगले पांच साल बाद जब चुनाव की बारी आए तो कांग्रेस अपने काम के बल पर दोबारा जनता की बीच जाकर अपने लिए जनादेश हासिल कर सकें। आलाकमान ने बधाई देकर निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जिम्मेदारी को और भी बढ़ा दिया है।

अब बारी मुख्यमंत्री कि है कि वे कांग्रेस शासित राज्यों में छत्तीसगढ़ को माडल राज्य बनाकर आलाकमान के विश्वास को पूरा करें। तभी गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के सपनों को पंख लग सकते हैं।