अहमदाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने समाज में बढ़ती हिंसा और असंतुष्टि पर चिंता जताई है। भागवत ने कहा कि तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा बढ़ रहा है। मिल मालिक, मजदूर, सरकार, जनता, छात्र और शिक्षक हर कोई आंदोलन कर रहा है।

संघ प्रमुख ने कहा कि दुनिया इतनी पास आई कि पास आते-आते दुनिया ने दो विश्वयुद्ध कर डाले और तीसरे का खतरा मंडरा रहा है। ऐसा कहते हैं कि एक अलग रूप में तीसरा महायुद्ध चल रहा है। यहां-वहां हर जगह मार-काट चल रही है। कौन सुखी है? कोई सुखी नहीं है। हर कोई आंदोलन कर रहा है। मिल मालिक, मजदूर, मालिक-सेवक आंदोलन कर रहे हैं। सरकार आंदोलन कर रही है तो जनता भी आंदोलन कर रही है।

छात्रों और शिक्षकों का भी आंदोलन है। सभी दुखी, असंतुष्ट हैं और सभी में कलह चल रही है। विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली, लोग इतने निकट आ गए, लेकिन न तो कट्टरता कम हुई और न ही हिंसा। उग्रवादियों का संकट खत्म होने के बजाय बढ़ता जा रहा है।

आज जितनी सुविधाएं, उतनी पहले नहीं थीं :

भागवत के मुताबिक आज हम कह सकते हैं कि विकसित दुनिया में रह रहे हैं। आज हमारे पास जो सुविधाएं हैं, वे पहली नहीं थीं। आज लोगों के पास जितनी समृद्धता है, वह 100 साल पहले नहीं थी। आज लोग पहले की बजाय कहीं ज्यादा आराम से जिंदगी गुजार रहे हैं। आज आप किसी चीज के लिए एक मेल करते हैं और 5 मिनट के अंदर जवाब आ जाता है, यह सहूलियत नहीं तो और क्या है।

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