रायपुर। देश-विदेश से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर एयरपोर्ट पहुंचने वाले यात्रियों को स्पेशल वार्ड में रखकर कोरोना वायरस की जांच की जा रही है। नया रायपुर के सेक्टर 24 में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जहां यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर 14 दिन की निगरानी में रखा जाएगा। उसके बाद घर जाने दिया जाएगा।

यात्रियों से पूछताछ कर एक फार्म भरवाया जा रहा है। अब तक करीब 800 लोगों से यह फार्म भराया जा चुका है, जिसमें से यूरोप से पहुंचे दो लोगों को विशेष निगरानी में रखा गया। कोरोना वायरस के मद्देनजर सावधानी बरतते हुए एयरपोर्ट में मेडिकल टीम तैनात किए गए हैं।
एयरपोर्ट एटीसी राकेश सहाय ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च से एयरपोर्ट पर सावधानी बरती जा रही है, जो लोग देश-विदेश से यहां पहुंच रहे हैं। उनका पिछले 15 दिन में यात्रा कहां-कहां हुई हैं और कहां से आ रहे हैं, कहां जाएंगे यह सब डिटेल फ़ॉर्म में भराया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जो यात्री इम्पैक्टेड कंट्री से आ रहे हैं उनको आइसोलेशन वार्ड भेजा जाएगा। अब तक दो लोग यूरोप से यहां पहुंचे हैं, जिन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। प्राथमिक जांच के बाद यह तय होगा कि उन्हें 14 दिनों तक विशेष वार्ड में रखा जाएगा या उनके घर भेजा जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की निजी अस्पतालों को चेतावनी
स्वास्थ्य विभाग ने पत्र जारी कर कहा है कि निजी अस्पताल लोगों का कोरोना वायरस लक्षण के प्राथमिक चिकित्सा दिए बिना और बिना परीक्षण किए ही सीधे जांच के लिए एम्स रायपुर और अन्य शासकीय चिकित्सालयों में भेज रहे हैं। यह सही नहीं है। यह प्रदेश में लागू छत्तीसगढ़ पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 और एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी निजी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि बिना परीक्षण किए रेफर करने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिले के सक्षम अधिकारी/संचालनालय को छग पब्लिक हेल्थ एक्ट 1949 और एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 का उपयोग करते हुए कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। वहीं जारी इस आदेश का एमआईए ने विरोध जताया है।
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