निमोनिया के मरीजों की भी कोराना जांच शुरू, सड़क पर थूकना बैन

प्रदेश में 232 में से 182 की रिपोर्ट निगेटिव, बाकी की रिपोर्ट का इंतजार अभी किया जा रहा है

राजनांदगांव/रायपुर। कोरोना को लेकर 21 दिनों के लॉकडाउन के पहले दिन बुधवार को प्रदेश में एक और मामले की पुष्टि हो गई। इसे मिलाकर अब प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव के दो मरीज हो गए हैं। राजनांदगांव में एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। युवक दो दिन पहले ही बैंकाक से लौटा था।

मामले की पुष्टि होते ही प्रशासन ने बरखापारा इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है। साथ ही लोगों को आगाह किया गया है कि अब लॉकडाउन नहीं, इलाके में कर्फ्यू है। लोग अपने घरों से बाहर निकले तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इससे पहले रायपुर में लंदन से लौटी एक युवती में कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। उसका इलाज एम्स रायपुर में चल रहा है।

वहीं प्रदेशभर में सुबह से दुकान खुलते ही लोग जरूरी सामानों के लिए बाहर निकले। इसके चलते बाजारों में भीड़ के हालात बन गए। हालांकि, छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने पहले ही लॉकडाउन कर रखा था। ऐसे में लोगों में आशंका थी कि कहीं जरूरी सामान खत्म न हो जाए। इसके चलते लोग सुबह-सुबह दुकानों पर उमड़ पड़े। हालांकि, राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। आवश्यक वस्तुओं के लिए दुकानें शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी।

राजनांदगांवः बाजार में लगी भीड़

राजनांदगांव में घर से बाहर घूम रहे लोगों को समझाते पुलिसकर्मी।

जिले में सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। सरकार और प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं हैं। सुबह बाजार खुलते ही लोग उमड़ पड़े। गोलबाजार व अन्य स्थानों पर रोज की तरह ही भीड़ लगी हुई है। जबकि प्रशासन ने सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक अनाज, दूध डेयरी, पेट्रोल पंप खुले रखने की घोषणा की है।

जिले में लोगों में कोरोना को लेकर जबरदस्त डर है। इसके चलते लाेग घरों में ही कैद हो गए हैं। जो निकल भी रहे हैं, वह जरूरत के लिए। वहीं लॉकडाउन और सरकार के आदेश के बावजूद ग्राम संबलपुरी स्थित मां शाकम्बरी स्टील प्लांट में कार्य चल रहा था। जिसके बाद उसे सील कर दिया गया है।

गरियाबंद : ग्रामीणों ने खुद ही रास्ते सील किए

ओडिशा से आने वाले कुछ छोटे रास्ते खुले हुए थे। जिनसे वाहनों की आवाजाही हो रही थी। इसे देखते हुए बुधवार सुबह ग्रामीणों ने रास्ते को खुद ही बंद कर दिया। वहीं मंगलवार देर रात देवभाेग टिकरापारा में एक डॉक्टर को बर्थडे पार्टी करते प्रशासन की टीम ने पकड़ा है। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिले में जरूरी सामनों की दुकानें तो खुली हैं, लेकिन सड़कें सूनी हैं।

निमोनिया के मरीजों का भी कोरोना टेस्ट शुरू

इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने निमोनिया के मरीजों का भी कोरोना टेस्ट करना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में अब तक 232 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें 182 निगेटिव पाए गए हैं। बाकी की जांच रिपोर्ट नहीं आई है।

पिछले 24 घंटे में रायपुर से 39, महासमुंद-कोरबा के दो-दो लोगों को मिलाकर 50 सैंपल लिए थे। निमोनिया मरीजों की जांच को लेकर अफसरों ने बताया कि संक्रमण कम्युनिटी में फैल रहा है या नहीं, इसलिए बतौर सावधानी यह टेस्ट किया जा रहा है। इसलिए सैंपल भी बढ़ गए हैं। वहीं, राजधानी की जिस युवती में 18 मार्च को कोरोना पाजिटिव था, मंगलवार को उसके सैंपल दोबारा जांचे गए, लेकिन कोरोना अब भी पॉजिटिव है। डॉक्टरों ने बताया कि वह खतरे से बाहर है।

सड़क पर थूकना बैन, पहली बार 30 लोगों पर जुर्माना

कोरोना का फैलाव रोकने के लिए रायपुर निगम प्रशासन ने सड़कों या सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मंगलवार को निगम ने कार्रवाई भी शुरू कर दी और 30 लोग निगम की अलग-अलग टीमों के हत्थे चढ़ गए। सभी से ढाई-ढाई सौ रुपए जुर्माना वसूला गया है। निगम की टीम ने शहर में अभियान छेड़ते हुए अगले कुछ दिन में जगह-जगह नो स्पिटिंग के बैनर-पोस्टर लगाने की तैयारी शुरू कर दी है।

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