रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना का मात देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ पूरी प्रशासनिक टीम मुस्तैदी से डटी हुई। जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मेडिकल बुलेटिन में मुताबिक प्रदेश में कोरोना से मौत का आंकड़ा भी शून्य है।

शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण होने के लिए चिन्हित गई की पहली युवती को उपचार के बाद एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

हालांकि कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा अभी कायम है। हालांकि, इन सबके बीच छत्तीसगढ़ में हालात काबू में हैं। सरकार अब और सख्त रुख अपना रही है। सरकार ने कहा है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करना सरकारी कार्य में बाधा माना जाएगा।

ऐसे में दोषी को दो साल तक की सजा हो सकती है। अफवाह फैलाने और सरकारी ड्यूटी से बिना ठोस कारण गायब रहने पर एक-एक साल की जेल हो सकती है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी दिवाली तक सोशल डिस्टेंसिंग जारी रहेगी।

जय जोहार और सोशल डिस्टेंसिंग की समझाइश के साथ हो रही सीएम के सुबह की शुरुआत

बता दें कि मुख्यमंत्री अपनी टीम के साथ कोरोना को मात देने के लिए रेडियो और दूरदर्शन तथा सोशल मीडिया में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की समझाइश दे रहे हैं,उनकी सुबह की शुरूआत इसी अपील के साथ होती है। और लोग उस पर अमल भी कर रहे हैं।

हर वर्ग का ध्यान:14 हजार जरूरतमंद व्यक्तियों को दिया जा रहा है निःशुल्क भोजन

प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान कोई व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए राज्य सरकार ने व्यापक प्रबंध किए हैं। सभी जिलों में भिखारियों, निराश्रित और जरूरतमंद व्यक्तियों का चिन्हांकन कर उन्हें गर्म भोजन तथा सूखा राशन प्रदान किया जा रहा है।

समाज कल्याण विभाग द्वारा 14 हजार 608 निराश्रित, भिक्षुक, तृतीय लिंग समुदाय और जरूरतमंद व्यक्तियों का चिन्हान्कन किया गया है। मानव सेवा के इस काम में विभाग के साथ जिला प्रशासन, पुलिस साहित विभिन्न समाजसेवी संस्थाएं भी लगी हुई है। जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने की राज्य स्तर पर निरन्तर ऑनलाईन मॉनिटरिंग की जा रही है।
भोजन के सुरक्षित वितरण के लिए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। संस्थाओं को जिला प्रशासन एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने कहा गया है।

रायपुर संभाग में 4 हजार 813, दुर्ग संभाग में 5 हजार 913, बिलासपुर संभाग में एक हजार 532, बस्तर संभाग में 6 सौ और सरगुजा संभाग में एक हजार 750 जरूरतमंद व्यक्तियों का चिन्हांकन कर भोजन प्रदान किया जा रहा है। इन व्यक्तियों को रेल्वे स्टेशन, बस स्टेंट, नगर पालिक निगम, चौक -चौराहों, रैन बसेरा, सामुदायिक भवन, मंदिर क्षेत्र, सब्जी बाजार, जनपद पंचायत जैसे स्थानों से चिन्हांकित कर भोजन दिया जा रहा है। जहां अधिक संख्या में बेसहारा और निराश्रित लोगों के मिलने की संभावना रहती है। इसके अतिरिक्त जरूरतमंद व्यक्तियों को घर-घर पहुंचकर भी भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।

 

राजधानी में ये हैं टीम भूपेश के कोरोना वीर

कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कड़े निर्देश के बाद पूरे देश व प्रदेशभर में लॉकडाउन को सख्ती से पालन करवाने अब प्रशासन भी मुस्तैद हो चुका है। शनिवार को खुद कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन ने सड़क पर उतरकर जायजा लिया।

एसएसपी आरिफ शेख

कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन के एसएसपी एसएसपी आरिफ शेख पुलिस टीम के साथ राजधानी के विभिन्न इलाकों पर दौरा कर रहे हैं। पुलिस बल को ताकीद दी गई है कि जवान अगले 48 घंटे तक पूरे राजधानी क्षेत्र में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराएं। लिहाजा अब अगले 48 घंटे तक पूरे राजधानी क्षेत्र में कर्फ्यू जैसे हालात नजर आएंगे। बाहर कोई भी बेवजह घूमते नजर आए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

निगम आयुक्त सौरभ कुमार

रायपुर नगर निगम के आयुक्त सौरव कुमार अपने पूरे अमले के साथ शहर में नागरिकों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने के्र लिए जुटे हुए हैं। आपदा प्रबंधन की टीम के साथ जरूरत मंदों तक खाने का सामान पहुंचाने और शहर की साफ सफाई, पीने का पानी व हाटबाजार जैसे जरुरी सेवाओं के लिए रायपुर नगर निगम का पूरा अमला मुस्तैदी से जुटा हुआ है।

जिला पंचायत सीईओ गौरव सिंह

 

रायपुर जिले की सभी पंचायतों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीणों को समझाइश देने में ​पंचायत विभाग का पूरा स्टाफ दिनरात काम में जुटा हुआ है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना को मात देने में लोगों की समझ बढ़ी है। गांव में भी लोग अब कोरोना को हराने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों की तारीफ कर रहे हैं। इस काम में ग्राम पंचायतों व पंचायत विभाग का अहम रोल है।

फैक्ट फाइल

– छत्तीसगढ़ में 10 कोरोना पाॅजिटिव पाए गए थे, इसमें से 04 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
-प्रदेश में कोरोना संक्रमण की जांच के लिए एम्स रायपुर और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में सेम्पल जांच सेंटर बनाए गए हैं, राजधानी की दो निजी प्रयोगशाला को भी जांच के लिए अधिकृत किया गया है।
-प्रदेश में इस समय 355 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें 10 हजार प्रवासी हितग्राही रूके हुए हैं।
-प्रदेश के बाहर से आए करीब 48 हजार लोगों को गांव के बाहर स्कूल और सामुदायिक भवनों में निगरानी में रखा गया है।
-प्रदेश में ईसीआई के माध्यम से राज्य में 42 क्लीनिक कार्यरत हैं, इनमें 8,864 श्रमिकों का इलाज एवं दवा वितरण संचालित है।
-छत्तीसगढ़ में अब तक 1232 लोगों की सेम्पल लिए गए हैं, इसमें से 921 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
-छत्तीसगढ़ में करीब 11 हजार लोग विदेशों से वापस लौटे हैं। एयरपोर्ट में 20 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई है और 48 हजार 113 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।
– छत्तीसगढ़ में 71 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, इनमें बिस्तरों की संख्या 1232 है।

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