रायपुर। लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक परेशानी गरीब, बेसहारा और मजदूर वर्ग को हो रही है। रोज कमाने-खाने वाले लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं। काम न होने से खाने के लाले पड़ गए हैं। भीषण स्थिति से जूझ रहे निराश्रित और बेसहारा लोगों को पुलिस परिवार के नवयुवक जेब खर्च से बचाए गए पैसे से पिछले 17 दिनों से पका हुआ भोजन और राशन दे रहे हैं।

नवयुवकों के कार्य को देखते हुए कक्षा 10 के छात्र रणवीर सिंह ने अपनी गुल्लक में पिछले दस साल में जमा कर रखे 1लाख 17 हजार रुपये परमवीर सिंह और सेवा में लगे युवकों को यह कहकर सौंपा कि लॉकडाउन की स्थिति सामान्य होने तक इस रकम से गरीब, बेसहारा लोगों को खाना खिलाते रहें।

रणवीर ने नवयुवकों से अपील की कि आप लोग भी स्वेच्छा से सहयोग करने के लिए आगे आएं। नवयुवकों की यह टोली रोज भोजन का पैकेट तैयार सड़क पर निकलती है। रास्ते में जो बेसहारा, गरीब, जरूरतमंद, झुग्गी बस्ती के लोग दिख जाते हैं, उन्हें खाने और राशन का पैकेट देते हैं।

बता दें कि लॉकडाउन में पुलिस के जवान और अधिकारी दोहरी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। एक तरफ दिन-रात लॉकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के लिए सड़क पर तैनात है, वहीं दूसरी ओर जरूरतमंदों के घर पहुंचकर राशन भी वितरित कर रहे हैं।

तेलीबांधा पुलिस थाने के स्टाफ के साथ थाना प्रभारी मोहसिन खान रोज पेट्रोलिंग वाहन में राशन के पैकेट लेकर निकलते हैं। रास्ते में जो जरूरतमंद दिखते हैं, उन्हें राशन देते हैं। क्षेत्र में निवासरत मां और दिव्यांग बच्चे की जानकारी मिलने पर उन्होंने खुद ही जाकर राशन दिया। खान का कहना है कि संकट की इस घड़ी में पूरा देश एकजुट होकर कोरोना से लड़ रहा है। ऐसे में किसी भी तरह की समस्या होने पर नागरिक पुलिस थाना आकर मदद ले सकते हैं।

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