नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा है। उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कहा, कोरोना के चलते दुनिया को 9 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने की आशंका है जो कि कई विकसित देशों की अर्थव्यवस्था के बराबर है। हालांकि, उन्होंने कहा, वैश्विक मंदी के अनुमान के बीच भारत की विकास दर अब भी पॉजिटिव रहने का अनुमान है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया, IMF के मुताबिक भारत की विकास दर 1.9 प्रतिशत रहेगी। यह जी-20 देशों में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा, दुनियाभर की स्थिति पर हमारी नजर है। भारत ने लगातार वित्तीय नुकसान को कम करने की कोशिश जारी रखी है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा, 50,000 करोड़ रुपये की कीमत के TLTRO 2.0 को लॉन्च करेंगे।

रिवर्स रेपो रेट 0.25% घटाई

आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट 0.25% हटाने का फैसला किया है। अब 4 प्रतिशत से कम करके 3.75 प्रतिशत किया गया।

देश में अनाज की कोई कमी नहीं- दास

आरबीआई गवर्नर ने कहा, मार्च में ऑटोमोबाइल प्रोडक्शन और सेल गिरी है और साथ ही बिजली की मांग में भी कमी आई है। साल 2020 में वैश्विक कारोबार में 13 से 32% गिरावट का अनुमान है, भारत की जीडीपी 7% से अधिक रहने के आसार है ,देश में अनाज की कोई कमी नहीं है।

क्या है रिवर्स रेपो रेट?

बैंक दिनभर के कामकाज के बाद रकम बचाकर भारतीय रिजर्व बैंक में रखती है। इस रकम पर आरबीआई बैंकों को ब्याज देता है। रिजर्व बैंक जिस दर से बैंकों को ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहा जाता है।

पढ़ें खास बातें

  • आरबीआई कोरोना वायरस को लेकर सतर्क है। रिजर्व बैंक इसकी करीब से निगरानी कर रहा है। 2020 वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी मंदी का साल है।
  • गवर्नर ने बाताया कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह 4.4 फीसदी पर स्थिर है।
  • रिवर्स रेपो रेट 0.25 फीसदी से घटाकर 3.75 फीसदी कर दी गई।
  • टीएलटीआरओ के जरिए आरबीआई सिस्टम में 50,000 करोड़ रुपये डालेगा।
  • आरबीआई ने नाबार्ड को 25 हजार करोड़ रुपये, SIDBI को 25 हजार करोड़ रुपये और नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) को 10 हजार करोड़ देने का एलान किया है।
  • देश के पास विदेशी मुद्रा का पर्याप्त भंडार है। हालांकि, मार्च में देश के निर्यात के हालात बेहद खराब रहे हैं। फॉरेक्स रिजर्व अभी 476.5 अरब है।
  • G-20 देशों में भारत की स्थिति बेहतर रहेगी।
  • अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार, देश की आर्थिक वृद्धि दर 1.9 फीसदी रहने का अनुमान है।
  • देश में बैंकिंग कारोबार सामान्य बनाए रखने की कोशिश जारी है। वित्तीय संस्थानों ने विशेष तैयारी की है। देश में 91 फीसदी एटीएम काम कर रहे हैं।
  • मार्च में सर्विसेज पीएमआई में गिरावट दर्ज की गई।
  • लॉकडाउन के बावजूद कृषि क्षेत्र में बुवाई की स्थिति बेहतर रही है।

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