रायपुर। कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र द्वारा सभी राज्यों को रैपिड टेस्टिंग किट भेजी गई थी। इसकी गुणवत्ता खराब होने के कारण केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ समेत सभी राज्यों से उक्त टेस्टिंग किट वापस मंगा ली है। अब प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा खरीदी की गई किट से ही टेस्टिंग की जाएगी।

बता दें कि केंद्र सरकार ने शुरुआत में चीन की दो कंपनी Guangzhou Wondfo Biotech और Zhuhai Livzon Diagnostics से खरीदी की थी। टेस्टिंग में उक्त कंपनियों की किट गुणवत्ताहीन थे। इस कारण इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने सभी राज्यों से उक्त किट से टेस्टिंग नहीं करने के निर्देश जारी किए थे।

इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से उक्त किट वापस मंगा लिए हैं। छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार से करीब 4800 टेस्टिंग किट मिली थी।

केंद्र के इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने टेस्टिंग किट की खरीदी की थी। अब प्रदेश में उसी किट से कोरोना पॉजिटिव की टेस्टिंग की जाएगी।

बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससी) के जरिए 75 हजार रैपिड टेस्टिंग किट खरीदने का टेंडर फाइनल किया है। अब दक्षिण कोरिया की कंपनी एसडी बायोसेंसर हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड को 75 हजार किट रैपिड टेस्ट किट व आर्टी पीसीआर टेस्ट किट प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग को सप्लाई करना है।

कंपनी ने इसकी पहली खेप के रूप में स्वास्थ्य विभाग को 25 हजार रैपिड टेस्ट किट और 20 आर्टी पीसीआर टेस्ट किट की सप्लाई कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने उक्त किट को प्रदेशभर के सेंटर में वितरित भी कर दिया है।

सबसे कम रेट पर मंगाई किट

बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जो रैपिड टेस्टिंग किट मंगाई है, वह अन्य कंपनियों के मुकाबले सबसे कम रेट पर है। इसके लिए राज्य सरकारी की तारीफ भी हुई। वर्तमान में उक्त किट से ही टेस्टिंग की जा रही है। अभी तक मंगाई किट में किसी भी तरह की शिकायत नहीं आई है।

छत्तीसगढ़ ने रोकी कोरोना टेस्टिंग किट की आगे की सप्लाई

इस बीच छत्तीसगढ़ में कोरोना टेस्टिंग किट की सप्लाई दो दिन के लिए रोक दी गई है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। श्री सिंहदेव ने अधिकारियों से मंगाई गई 25 हजार किट की गुणवत्ता परखने के बाद ही आगे की डिमांड की आपूर्ति करने को कहा है।

बता दें कि 25 हज़ार किट अभी आना बाक़ी है। छत्तीसगढ़ ने कई राज्यों में रोक के बाद गुणवत्ता चेक के लिए दो दिन के लिए किट सप्लाई रोक दी है। इसके अलावा टेंडर कम्पनी को छूट देते हुए सही समय में सप्लाई नहीं कर पाने पर कार्रवाई नहीं करने का आश्वासन दिया गया है।

ज्यादातर किट कटघोरा भेजी गई है

टेस्टिंग किट को लेकर सिंहदेव ने कहा कि अभी 25000 किट का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें से ज़्यादातर कटघोरा भेजी गई है। ICMR की लिखित में जो गाइडलाइन आई है, उसके हिसाब से टेस्टिंग की जाएगी। अगर किट में कोई गड़बड़ी आती है तो आने वाले दिनों में बचे हुए किट की खरीदी नहीं की जाएगी।

दो दिनों में पता चल जाएगा कि किट सप्लाई के मानक में है कि नहीं। अगर गुणवत्ताहीन होगा तो एक साथ ख़रीदी करके जनता के पैसा को बरबाद क्यों किया जाए। पहले परख लें उसके बाद बाकी बचे डिमांड की सप्लाई होगी।

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