रायपुर। 2019 में IAS बने ट्रेनी अफसरों को उनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अपनी पहली पोस्टिंग मिल गई है। इन सभी को छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों में सहायक कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। 2019 बैच में छत्तीसगढ़ की इकलौती IAS नम्रता जैन को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की जिम्मेदारी दी गयी है। छत्तीसगढ़ की एकलौती IAS नम्रता जैन को बलौदाबाजार-भाटापारा जिले की जिम्मेदारी दी गयी है।

जितेंद्र यादव को दुर्ग का सहायक कलेक्टर बनाया गया है, जबकि ललितादित्य नीलम को राजनांदगांव, रैना जमील को कांकेर और विश्वदीप को कोरिया जिले का सहायक कलेक्टर बनाया गया है। इन सभी ट्रेनी आईएएस अफसरों ने लाल बहादूर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी में प्रथम दौर की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। मसूरी से रिलीव होने के बाद सभी ये सभी अधिकारी छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में चार्ज संभालेंगे।

जानिए नम्रता जैन से जुडी कुछ खास बातें

नम्रता जैन ने 2016 में UPSC की परीक्षा दी थी। जहां उनकी 99वीं रैंक आई थी, जिसके कारण वो आईएएस नहीं बन पाई थी। इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और फिर UPSC की परीक्षा दी। इस बार उन्हें सफलता मिली। नम्रता ने 12वीं रैंक हासिल की और अपना IAS बनने का सपना पूरा किया।

जिसके बाद एक इंटरव्यू में नम्रता जैन ने कहा था कि मैं दंतेवाड़ा से हूूं इसलिए जब यूपीएससी की तैयारी का सोचा तो मन में आया कि दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों के बड़े संस्थानों में पढ़ने वालों से मुकाबला कैसे करूंगी। लेकिन परिवार का सपोर्ट मिला।

2016 में 99वीं रैंक आने के बावजूद आईएएस न बन पाने पर 3 दिन रूम से बाहर नहीं निकली थी। अफसोस इस बात का था कि अच्छा करने के बावजूद महज एक रैंक की वजह से आईएएस बनने से चूक गई थी। मैंने तय किया- इस बार टॉप-10 में आकर रहूंगी ताकी आईएएस अवॉर्ड हो सके।

इस बार सिंगल डिजिट तो नहीं ला सकी, पर आईएएस बनने का सपना पूरा करने में कामयाब रही। नम्रता जैन के पिता एक बिजनेस मैन है तो वही उनकी मां होममेकर है।

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।