टीआरपी डेस्क। कोरोना वायरस को फैलने से बचने के लिए सरकार ने हाल ही में नई दिशानिर्देश जारी किए हैं। सरकार ने घरों, ऑफिस और अस्पताल में चलने वाले एसी , कूलर के चलते कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए गाइडनाइन्स जारी की हैं। इन दिशानिर्देशों के मुताबिक, घरों में ऐसी चलाते वक्त उसका तापमान 24 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड तक होना चाहिए। जबकि 40 से 70% उमस का स्तर सबसे उपयुक्त माना जाता है क्योंकि यह रोगजनकों की समस्या को कम करता है।

एसी, कूलर के इस्तेमाल इस तरह करे एसी
– एसी चलाते वक्त कमरे का तापमान 24 से 30 डिग्री तक रखें। वहीं, उमस का स्तर 40 से 70 प्रतिशत रखें। अगर आप सूखे इलाके में रहते हैं, तो उमस का स्तर 30 प्रतिशत तक रखें।
-रूखे मौसम में, उमस का स्तर 40 प्रतिशत से किसी हाल में न जानें दें।
– एयर कंडीशनर द्वारा कमरे में ठंडी हवा का री-र्सकुलेशन, बाहर की हवा के साथ होना चाहिए। इसके लिए थोड़ी-सी खिड़की खुली छोड़ सकते हैं।
– फैन फिल्टर द्वारा ताज़ी हवा के आने से, बाहर की धूल कमरे में नहीं आती।
कूलर
– ध्यान रखें कि कूलर में हवा बाहर से आए, इसके लिए कूलर को खिड़की या बाहर की तरफ रखें।
– कूलर को हमेशा साफ और डिइंफेक्ट करके रखें, बचे हुए पानी को निकाल दें और ताज़ा पानी भरें।
– साथ ही खिड़कियों को खुला रखें, ताकि उमस भरी हवा बाहर निकल जाए।
पंखा
– पखा चलाते वक्त खिड़कियों को थोड़ा-सा खुला रखें।
– अगर कमरे या आसपास एक्ज़ॉस्ट फैन लगा है, तो उसे पूरे वक्त चलाकर रखें, ताकि वेंटीलेशन बना रहे।
कोरोना वायरस के एक शोध में देखा गया कि तापमान और उमस बढ़ने से फ्लू के मामलों में भी कमी दिखी। ऐसा देखा गया है कि 7-8 डिग्री जैसा कम तापमान फ्लू जैसे इंफेक्शन को काफी पसंद है और वह इस तापमान में जीवित रहता है। वहीं, SARS-CoV-2 4 डिग्री के तापमान में 14 दिनों तक ज़िंदा रहता है, वहीं, 30-37 डिग्री के तापमान में एक दिन तक और 56 डिग्री तक का तापमान इसे निष्क्रिय कर सकता है।
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