टीआरपी डेस्क। कोरोना वायरस ने दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन लगवा रखा है। जहां पर इसमें ढील भी दी गई है वहां पर भी लोग केवल जरूरी चीजों के लिए ही बार निकल रहे हैं। इसकी वजह से दुनिया में बड़े से बड़े खेलों का आयोजन तक रद कर देना पड़ा है। लेकिन ऐसे में भी जहां कहीं पर किसी खेल का या दूसरी चीजों का आयोजन किया जा रहा है तो वहां की रंगत कुछ और ही है। इंसानों का जुटना मना है तो इस कमी को पूरा करने के लिए इंसानों की बॉडी के कटआउट का इस्‍तेमाल धड़ल्‍ले से किया जा रहा है। बीते दिनों विदेशों में कुछ शादियां ऐसी हुईं जहां पर चर्च में बैंच पर इन कटआउट को लगाकर अपने चहेतों की कमी को पूरा किया गया। अब दक्षिण कोरिया में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला है।

यहां पर बेसबॉल लीग की शुरुआत जब हुई तो कोरोना संकट के चलते दर्शक स्‍टेडियम में नहीं आ सके। ऐसे में खिलाडि़यों की मनोदशा पर होने वाले प्रभाव को कम करने के लिए नायाब तरीका निकाला गया और बेसबॉल एसोसिएशन ने स्टेडियम की खाली पड़ी सीटों पर दर्शकों के पोस्टर लगा दिये। इनमें से कई कटआउट ऐसे थे जिनके मुंह पर मास्‍क तक लगे थे। एसोसिएशन का कहना है कि ऐसा खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए किया गया है।समाचार एजेंसी यॉनहॉप के मुताबिक ऐसा इसलिए किया गया जिससे खिलाड़ियों को ऐसा ही लगे जैसे स्‍टेडियम भरा हुआ है और दर्शक मैच का मजा ले रहे हैं।

इस दौरान हर व्‍यवस्‍था को ऐसे ही बनाया गया था जैसा कि स्‍टेडियम भरा होने पर की जाती है। खेल के मैदान में सुरक्षा बनाए रखने के लिए लोगों को तैनात किया गया है। स्‍टेडियम में दाखिल होने वाले खिलाड़ियों, अंपायरों, कोच और अन्य लोगों के बुखार की जांच की गई। खेल के दौरान खिलाड़ियों को अपने टीम के सदस्यों को हाईफाइव या ऑटोग्राफ देने और तंबाकू चबाने पर प्रतिबंध लगाया गया।

ये मैच इंचियोन में एसके वायवर्न्स और हनवाह ईगल्स के बीच खेला गया था। इस मैच में अंपायरों ने मास्क पहना हुआ था और चीयरलीडर्स ने उसी तरह से अपने काम को अंजाम दिया जैसे वह कोरोना संकट से पहले देती थीं। इस लीग की शुरुआत में ही ये तय कर दिया गया है कि यदि इस दौरान कोई भी खिलाड़ी कोरोना संक्रमित हुआ तो मैच रोक दिए जाएंगे। खेलों की दुनिया में ये प्रयोग कुछ नया जरूर है। दक्षिण कोरिया से पहले ताइवान ने भी स्टेडियम में दर्शकों के कटआउट लगाए थे। उन्‍होंने भी ये कदम बेसबॉल के नए सीजन के दौरान ही उठाया था। इसका मकसद भी वही था जो दक्षिण कोरिया में था। यहां भी खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिए स्टेडियम में ये कदम उठाया गया था।

अमेरिका के मिशीगन में भी इसी तरह के कार्डबोर्ड के बीच एमी सिमंसन और डेन स्‍टगलिक ने चर्च में शादी की थी। जब ये दोनों शादी के बंधन में बंधे उस समय इस राज्‍य में लॉकडाउन लागू था। प्रशासन की तरफ से बेहद सख्‍ताई से इसका पालन करने को कहा गया था। इसी वजह से इन दोनों ने अपने दोस्‍तों और सगे संबंधियों की कमी को पूरा करने के लिए ये कदम उठाया था। जब ये खबर मीडिया के माध्‍यम से बाहर आई तो हर कोई इसको हैरत से देख रहा था।

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