नई दिल्ली। 12 घंटों के अंदर अम्फान के सुपर चक्रवात में बदलने की उम्मीद है। ये अभी उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में गति करेगा। 20 तारीख की दोपहर/शाम को ये दीघा/हातिया द्वीपों के बीच से जाएगा। इस दौरान इसकी गति 155-165Km/hr और गंभीर होने पर 185 Km/hr तक हो सकती है। इस बीच प्रधानमंत्री ने सोमवार शाम गृहमंत्रालय व राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति के अफसरों के साथ  हाईलेवल मीटिंग बुलाई है।


इधर मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि तूफान का प्रभाव ज्यादातर पश्चिम बंगाल के हुगली, साउथ और नॉर्थ 24परगना, ईस्ट और वेस्ट मिदनापुर और कोलकाता जिलों में रहेगा। इसके साथ-साथ नॉर्थ ओडिशा के जिले जैसे जगतसिंहपुर, जयपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज प्रभावित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अम्फान में धूल नहीं होगी। तटीय क्षेत्रों में आने वाले चक्रवात समुद्र से आते हैं इसलिए इनमें नमी बहुत ज्यादा होती है इसलिए जहां ये जाते हैं वहां तेज हवा के साथ बारिश होती है। इसके साथ इनकी वायु गति भी बहुत ज्यादा होती है।

तूफान के मद्देनजर सरकार ने मछुआरों को चेतावनी दी है कि वह 18 मई से समुद्र में या ओडिशा के समुद्री तटों पर ना जाएं। चक्रवाती तूफान के खतरे को देखते हुए ओडिशा सरकार ने 12 तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है। पश्चिम बंगाल के मछुआरों को भी चेतावनी दी गई है कि वे 18 से 21 मई के बीच बंगाल की खाड़ी या पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में ना जाएं।

जो मछुआरे पहले से समुद्र में हैं, उन सभी को 17 मई तक लौटने को कहा गया है। चक्रवाती तूफान अम्फान का असर देश के आठ राज्यों पर पड़ सकता है। जिसके चलते इन राज्यों में भारी बारिश और आंधी चल सकती है। खासकर अंडमान निकोबार द्वीप समूह में तूफान के चलते भारी बारिश हो सकती है।

 

Chhattisgarh से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें 

Facebook पर Like करें, Twitter पर Follow करें  और Youtube  पर हमें subscribe करें।