नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच अब एक और बड़ा खतरा मंडरा रहा है। दरअसल रेगिस्तानी टिड्डियों ( Locust ) के एक बड़े झुंड ने अपनी भूख को संतुष्ट करने के लिए फसलों और हरियाली की तलाश में पाकिस्तान के रास्ते से भारत की सीमाओं में प्रवेश किया है।

टिड्डियों का ये झुंड ( swarm ) अब तक राजस्थान, पंजाब ( Punjab ), महाराष्ट्र ( Maharashtra ), मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में वनस्पति और फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा चुका है। यही वजह है कि केंद्र सरकार ( Central govt ) ने टिड्डियों के हमले को देखते हुए देश के 16 राज्यों को अलर्ट ( Alert ) जारी किया है।

टिड्डियों का झुंड अलग-अलग समूह में इस वक्त सक्रिय है। ये अलग-अलग समूह गांवों के ऊपर से गुजरते हैं और सारी खेती को नष्ट कर जाते हैं।
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टिड्डियों का झुंड ऐसे पहुंचाती हैं नुकसान

खाद्य और कृषि संगठन की मरुस्थलीय टिड्डियों को लेकर जो सूचना जारी की गई है उसके मुताबिक टिड्डियां एक दिन में करीब 150 किमी तक की उड़ान भर सकती हैं। इसके अलावा टिड्डियों का एक वर्ग किलोमीटर का झुंड एक दिन में 35,000 लोगों के बराबर का भोजन चट कर जाता है।

राज्य दर राज्य टिड्डियों का कहर

टिड्डियों का कहर एक के बाद एक राज्य को अपनी चपेट में ले चुका है। महाराष्ट्र की बात करें तो यहां भंडारा, गोंदिया, नागपुर, अमरावती में टिड्डियों के झुंड ने आम और संतरे के बागों समेत धान की खेती को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।

वहीं मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश में पहुंचे टिड्डियों के दल ने सोनभद्र के घोरावल में फसलों को जोरदार नुकसान पहुंचाया है। राजस्थान से टिड्डियों के दल का आगरा पहुंचने का अनुमान था लेकिन राजस्थान के दौसा से भानुगढ़ जाने के बाद आगरा के किसानों ने राहत की सांस ली।

पांच राज्यों के 100 जिलों में नुकसान

पाकिस्तान से आईं इन टिड्डियों के दलों ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के 100 जिलों में जोरदार कहर बरपाया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि टिड्डियों का झुंड अगले एक-दो सप्ताह में अन्य 12 राज्यों में फसलों और खेती को नुकसान पहुंचा सकता है।

हाई अलर्ट पर राज्य

टिड्डियों के हमले के बीच केंद्र ने जहां राज्यों को चेतावनी जारी कर दी है वहीं कई राज्य हाई अलर्ट पर हैं। पंजाब ने टिड्डियों से निपटने के लिए मॉकड्रिल की। सरकार ने पठानकोट-जालंधर राजमार्ग पर एक गांव में मॉकड्रिल का आयोजन किया। इसके जरिये विशेषज्ञों की टीम ने किसानों को जागरूक किया।

वहीं हरियाणा सरकार ने भी खेतों में छिड़काव के लिए रसायन से भरे ट्रैक्टरों को तैनात कर दिया है। सरकार का कहना है कि हमने सभी आशंकित सात जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है। खतरे से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में कीटनाशक का भंडार मौजूद है।

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