नई दिल्ली। कोरोना वायरस जब पूरी दुनिया में तेजी से फैला तो इलाज के साथ ही इसकी जांच के लिए टेस्‍ट किट को लेकर भी दुनियाभर में रिसर्च जारी हैं। अब इजरायल ने 3,800 रुपए कीमत वाली ऐसी कोरोना टेस्‍ट किट बनाने का दावा किया है, जिसमें फूंक मारने पर महज 1 मिनट में नतीजे मिल जाएंगे। शोधकर्ताओं ने ये भी दावा किया है कि इसके नतीजे 90 फीसदी तक सटीक हैं।

ड्रॉपलेट्स में वायरस से की जाएगी जांच


इजरायल की बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की बनाई इलेक्‍ट्रो-ऑप्टिकल कोरोना टेस्‍ट किट में जांच के लिए नाक, गले और फूंक से सैंपल लिया जाता है। इस किट से बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव लोगों में भी संक्रमण की सटीक जांच की जा सकती है।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, किट में लगाया गया खास तरह का सेंसर कोरोना वायरस को पहचानता है। जब मरीज टेस्ट किट में फूंक मारता है तो ड्रॉपलेट्स के जरिये वायरस सेंसर तक पहुंचते हैं। ये सेंसर एक क्लाउड सिस्टम से जुड़ा रहता है। सेंसर सिस्टम का विश्लेषण करके बताता है कि मरीज पॉजिटिव है या निगेटिव।

शोधकर्ताओं का कहना है कि टेस्ट किट की कीमत दूसरे पीसीआर टेस्ट से कम है। यह टेस्ट कहीं भी किया जा सकता है, इसके लिए लैब की जरूरत नहीं है।


एयरपोर्ट, बॉर्डर, स्‍टेडियम, थियेटर में साबित होगी मददगार


शोधकर्ताओं का कहना है कि एयरपोर्ट, बॉर्डर, स्टेडियम जैसी जगहों पर यह टेस्ट किट बहुत मददगार साबित होगी। इन जगहों पर तत्‍काल रिजल्‍ट देने वाली कोरोना टेस्ट किट ही सबसे सफल होगी। बीजीयू के स्‍कूल ऑफ इलेक्ट्रिक एंड कंप्‍यूटर इंजीनियरिंग में शोध की उप-प्रमुख और इलेक्‍ट्रो-ऑप्टिकल इंजीनियरिंग में फैकल्‍टी प्रो. गैबी सारुसि ने इस कोरोना टेस्‍ट किट को बनाने का विचार पेश किया था।

बायो वर्ल्‍ड की रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी टीम किट को जल्द से जल्‍द लोगों तक पहुंचाने के लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन से मंजूरी लेने की तैयारी कर रही है। सारुसि के मुताबिक, क्‍लीनिकल ट्रायल की शुरुआत से ही टेस्ट किट से अच्‍छे नतीजे मिले हैं। इसकी मदद से कम से कम समय में ज्‍यादा से ज्‍यादा मरीजों की जांच की जा सकती है।