नई दिल्ली। पुलवामा के आयनगुंड इलाके में पिछले दिनों कार बम विस्फोट के असफल प्रयास की शुरुआती जांच में सामने आया है कि इस साजिश में जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर का करीबी रिश्तेदार और कश्मीर में जैश का मौजूदा प्रमुख इस्माइल अल्वी उर्फ लंबू भी शामिल था। इसने 14 फरवरी 2019 के हमले में भी अहम भूमिका निभाई थी। इस मामले से जुड़े आतंकरोधी अधिकारियों ने यह जानकारी दी।


अधिकारी ने बताया कि नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) जल्दी ही जांच अपने हाथ में ले सकती है। केंद्रीय एजेंसी को पिछले साल के हमले से ही इस्माइल लंबू की तलाश है। एक अधिकारी ने बताया कि लंबू को अक्सर इस्माइल भाई और फौजी बाबा भी कहा जाता है। वह 2018 के अंत में भारत आया और उसने मुदस्सिर खान, खालिद और मोहम्मद उमर फारूख को पिछले साल पुलवामा हमले में मदद की थी। इसने स्थानीय दुकानों से जिलेटिन और नाइट्रेड जैसे सामानों की व्यवस्था की थी।