नई दिल्ली। अनलॉक-1 यानि आज 8 जून सोमवार भारत के लिए करीब ढाई महीने बाद नई सुबह लेकर आया है। बता दें कि 25 मार्च से ही देश में जारी लॉकडाउन जारी है। जिसके बाद आज से शॉपिंग मॉल्स, रेस्टोरेंट, होटल्स व ऑफिस खुल रहे हैं। कोरोना अभी गया नहीं बल्कि और तेजी से फैल रहा है। ऐसे में बाहर निकलने में जोखिम है। वहीं अगर आप जोखिम कम और अच्छे रिटर्न के लिए सोने में निवेश करना चाहते हैं तो मोदी सरकार 8 जून से एक बार फिर यह मौका देने जा रही है।

किस भाव पर मिलेगा सोना
रिजर्व बैंक ने सॉवरेन गोल्ड बांड की कीमत तय कर दी है। 4,677 रुपए प्रति ग्राम के रेट से मोदी सरकार की सॉवरेन गोल्ड बांड की तीसरी किस्त के तहत 8 जून से लेकर 12 के बीच आप निवेश कर सकते हैं। इसकी किस्त 16 जून को जारी की जाएगी। इससे पहले अप्रैल और मई की सीरीज में रिकॉर्ड निवेश हुआ था। वहीं ऑनलाइन खरीदने पर इस पर 50 रुपये प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी।

कहां और कैसे मिलेगा
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं। बॉन्ड को ट्रस्टी व्यक्तियों, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा. वहीं ग्राहकी की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम प्रति व्यक्ति, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम और प्रति वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) समान होगी।
ऑनलाइन खरीदने पर मिलेगी छूट
वहीं ऑनलाइन खरीदने पर इस पर 50 रुपए प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी। SGB को बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SHCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों (NSE और BSE) के माध्यम से बेचा जाएगा।
क्या है सॉवरेन गोल्ड बांड
सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता। यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। अगर बात रिडेंप्शन की करें तो पांच साल के बाद कभी भी इसको भुना सकते हैं।
2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड इंटरेस्ट
यह भी जानना जरूरी है कि इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है और 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है। इसकी सबसे खास बात होती है कि निवेशक को सोने के भाव बढ़ने का लाभ तो मिलता ही है, साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट रकम पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड इंटरेस्ट भी मिलता है।
इन तारीखों पर जारी होगी सीरीज
तीसरी सीरीज: 8 जून से लेकर 12 के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 16 जून को जारी की जाएगी।
चौथी सीरीज: 6 जुलाई से लेकर 10 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 14 जुलाई को जारी की जाएगी।
पांचवीं सीरीज: 3 अगस्त से लेकर 7 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 11 अगस्त को जारी की जाएगी।
छठी सीरीज: 31 अगस्त से लेकर 4 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है। इसकी किस्त 8 सितंबर को जारी की जाएगी।