रायपुर/अंबिकापुर। सूरजपुर और बलरामपुर जिले में तीन हथिनियों की मौत के मामले में केंद्रीय टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। केंद्रीय दल को आशंका थी कि सुनियोजित तरीके से कहीं हाथियों की हत्या तो नहीं की जा रही है। स्थानीय स्तर पर जांच-पड़ताल में ऐसा कोई तथ्य सामने नहीं आया। जांच दल के केंद्रीय टीम में शामिल साइंटिस्ट डॉ. सेलवन, प्रोजेक्ट एलिफेंट की कंट्री कंसलटेंट प्रज्ञा पंडा व पशु चिकित्सक डॉ. अंकुश दुबे शामिल हैं।


केंद्रीय दल के सदस्यों ने घटनास्थल के आसपास पहुंचे ग्रामीणों के अलावा मैदानी कर्मचारियों से भी पूछताछ की। केंद्रीय दल के आने की वजह से हाथियों से नुकसान झेल रहे ग्रामीणों ने भी अपनी समस्या रखी। केंद्रीय दल को हाथियों द्वारा मकान व फसलों को नुकसान पहुंचाए जाने से भी अवगत कराया गया।
इन घटनाओं के बाद टीम ने वन विभाग द्वारा हाथियों की सुरक्षा के लिए किए जा रहे उपायों को लेकर भी केंद्रीय दल ने स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान गांव वालों ने हाथियों से हो रहे नुकसान से भी केंद्रीय दल को अवगत कराया।

केंद्रीय दल ने गणेशपुर और करवां, गोपालपुर का भ्रमण कर गांव वालों से पूछताछ की। हाथियों द्वारा पहुंचाए गए नुकसान का जायजा लिया। स्थानीय स्तर पर हाथियों के अलावा जानमाल की सुरक्षा के लिए उपायों पर भी पूछताछ की।
.एसएस कंवर, वन संरक्षक वन्य प्राणी,सरगुजा वनवृत्त।