नई दिल्ली। चीन अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए बॉर्डर पर कितना ही तनाव बढ़ा ले लेकिन भारत इसके आगे दबेगा नहीं। भारत कोरोना पर चीन क्या छिपा रहा है यह सबके लाने की कोशिश में जुटा रहेगा। देश ने खुले तौर पर वैश्विक मंच पर यह कह दिया है कि सबको मिलकर यह पता करना चाहिए आखिर कोरोना वायरस फैला कहां है।

कई देश ठहरा चुके हैं चीन को जिम्मेदार

भारत ने अबतक अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया की तरह खुले तौर पर चीन को वायरस के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया है। ऑस्ट्रेलिया ने जब जांच की बात की तो उसके बाद से चीन ने उसे बदले की धमकी देनी शुरू कर दी थी। दूसरी तरफ अबतक भारत सिर्फ इतना कह रहा था कि वायरस के फैलने की जानकारी को दबाए रखा गया था। लेकिन अब लहजे में थोड़ी सख्ती देखी गई है।


बता दें कि इससे पहले वर्ल्ड हेल्थ असेंबली ने 20 मई को एक प्रस्ताव भी पास किया था। इसमें कोरोना वायरस कैसे आया और लोगों में यह कैसे फैला इसकी वजह पता लगाने पर सब एकमत हुए थे। 122 देशों ने इसका समर्थन किया था। अबतक की कुछ रिपोर्ट्स में तो यह दावा है कि वायरस जानवर से मनुष्य तक पहुंचा। इसका सोर्स चीन की जानवरों वाली मांस मार्केट को माना जा रहा। बीते दिन अलायंस फॉर मल्टीलेटरलिस्म की मीटिंग में विदेश मंत्री जयशंकर ने जांच पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमें राजनीति को अलग करके इस बात पर फोकस करना चाहिए कि कोरोना आखिर फैला कैसे। इससे हम भविष्य के किसी बड़े खतरे से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर सकते हैं। दूसरी तरफ LAC तनाव पर भारत ने कह दिया है कि इसका असर द्विपक्षीय रिश्तों पर पड़ेगा।

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