नेशनल डेस्क। सीमा पर चल रहे तनाव के बीच आज भारतीय वायुसेना को नई ताकत मिल गई है। फ्रांस से खरीदा गया पांच राफेल लड़ाकू विमानों को आज गुरुवार को अंबाला हवाई ठिकाने पर हुए शानदार समारोह में भारतीय वायुसेना में औपचारिक रूप से शामिल किया गया। लड़ाकू विमान भारत की वायु शक्ति की क्षमता को और भी बढ़ा देगा।

अंबाला वायु सेना स्टेशन पर 17वें स्क्वाड्रन में राफेल विमानों को शामिल किए जाने के मौके पर पारंपरिक ‘सर्व धर्म पूजा’, पानी की बौछारों से विमानों को सलामी देने के साथ ही विमान द्वारा कई दिल थाम देने वाले करतब दिखाए गए। भारतीय वायु सेना ने एक ट्वीट कर इस नए विमान का अपने शस्त्रागार में स्वागत किया। फ्रांस की एरोस्पेस क्षेत्र की दिग्गज कंपनी दसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित बहु भूमिका वाले राफेल विमानों को हवाई श्रेष्ठता और सटीक निशानों के लिए जाना जाता है।
जनरल बिपिन रावत समेत कई वरिष्ठ अधिकारी रहे शामिल
समारोह में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, DRDO के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन, वायु सेना प्रमुख एरिक ऑटेलेट, फ्रांसीसी वायु सेना के उप प्रमुख और अन्य वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।
रक्षा मंत्री राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित करते हुए कहा-
फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित किया और कहा कि आज हम दोनों देशों के लिए एक उपलब्धि है। हम एक साथ मिलकर भारत-फ्रांस के रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख रहे हैं। हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ-साथ अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारतीय निर्माताओं के एकीकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल विमान को गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि हमारी सीमाओं में हाल के दिनों में जिस तरह से बना है या बनाया गया है, उनके लिए यह सीधा संदेश है। हमारी नेशनल सिक्योरिटी पीएम मोदी की बड़ी प्राथमिकता रही है। राफेल को पाने में कई अड़चनें भी आईं, मगर पीएम मोदी की इच्छाशक्ति के आगे सभी बाधाएं खत्म हो गईं और आज राफेल हमारे सामने है।
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