टीआरपी डेस्क। बिहार चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में घमासान जारी है। इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल की टिप्पणी पर लोस में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है।

अधीर रंजन ने कहा, ‘बिना कुछ किए बोलना आत्मनिरीक्षण नहीं होता है।’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) के बयान के बाद कांग्रेस पार्टी (Congress) में एकबार फिर तुफान मचा हुआ है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chaudhary) ने सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग कांग्रेस की उपेक्षा कर रहे हैं और शर्मनाक गतिविधियों में लिप्त हो रहे हैं, वह दूसरी पार्टी जॉइन कर सकते हैं या फिर अपनी पार्टी बना सकते हैं। वहीं कांग्रेस की आलाकमान सोनिया गांधी ने शाम 5 बजे बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि उपचुनाव में मिली हार पर मंथन किया जाएगा।

चुनाव के दौरान नहीं दिखे कपिल सिब्बल

पत्रकारों से बातचीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘कपिल सिब्बल ने इस बारे में पहले भी बात की थी। वह कांग्रेस और आत्मनिरीक्षण के लिए बहुत चिंतित हैं, लेकिन हमने उन्हें बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश या गुजरात के चुनावों के दौरान नहीं देखा।’  

दरअसल, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने एक प्रमुख अंग्रेजी दैनिक को दिए साक्षात्कार में बिहार व मध्यप्रदेश उपचुनावों के परिणामों को लेकर पार्टी के भीतर आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता की वकालत की। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने कपिल सिब्बल के बयान की आलोचना की है। 

गहलोत ने भी साधा था निशाना

इससे पहले, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सिब्बल पर निशाना साधते हुए कहा था कि पूर्व केंद्रीय मंत्री को पार्टी के आंतरिक मुद्दे का उल्लेख मीडिया में नहीं करना चाहिए था। इससे देशभर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। 

अपने साक्षात्कार में सिब्बल ने कहा था कि उन्हें मजबूरी में अपनी बातों को सार्वजनिक रूप से कहना पड़ रहा है, क्योंकि पार्टी के नेतृत्व द्वारा बातचीत का कोई प्रयास नहीं किया गया। सिब्बल ने कहा था कि बिहार और जहां उपचुनाव हुए हैं, वहां लोग कांग्रेस को एक प्रभावी विकल्प नहीं मानते हैं। 

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