नई दिल्ली। RBI Digital Payment Index डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने भारतीय रिजर्व बैंक ने देशभर में भुगतान के डिजिटलीकरण के स्तर का पता लगाने के लिए एक समग्र डिजिटल भुगतान सूचकांक बनाया है। इसके लिए आधार अवधि मार्च 2018 को बनाया गया है।

आरबीआई ने एक बयान में कहा कि आने वाले समय में मार्च 2021 से चार महीने के अंतर के साथ आरबीआई.डीपीआई का प्रकाशन छमाही आधार पर केंद्रीय बैंक की वेबसाइट पर किया जाएगा। आरबीआई.डीपीआई में पांच व्यापक मानदंड शामिल हैं जो विभिन्न समयावधि में डिजिटल भुगतान की पैठ और स्थिति का आकलन करते हैं। 

ये हैं मानदंड

25 फीसदी भारांश : भुगतान को सुगम बनाने वाले
10 फीसदी : भुगतान संबंधी बुनियादी ढांचा.मांग पक्ष कारक
15 फीसदी : भुगतान संबंधी बुनियादी ढांचा.आपूर्ति पक्ष कारक
45 फीसदी : भुगतान प्रदर्शन
5 फीसदी : उपभोक्ता केंद्रित
मार्च 2018 के लिए 100 अंक है डीपीआई

फरवरी में की थी घोषणा


इससे पहलेए आरबीआई ने फरवरी में घोषणा की थी कि वह भुगतान के मामले में डिजिटलीकरण के स्तर का पता लगाने के लिए समग्र डीपीआई प्रकाशित करेगा। इस पहल का मकसद डिजिटल भुगतान के तौर.तरीकों की स्थिति का सटीक आकलन करना है।

डिजिटल बैंकिंग के लिए किया प्रेरित


कोरोना काल में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने लोगों को डिजिटल बैंकिंग के लिए प्रेरित किया है। केंद्रीय बैंक ने कहा था कि डिजिटल भुगतान चैनलों की सुरक्षा में सुधार होगा और उपयोगकर्ताओं के लिए सुविधा भी बेहतर होगी। 

इन दिशानिर्देशों में उत्कृष्ट कंपनी संचालन की आवश्यकताएं तथा इंटरनेट एवं मोबाइल बैंकिंग कार्ड से भुगतान आदि जैसे माध्यमों के आम सुरक्षा नियंत्रणों पर कुछ न्यूनतम मानकों के क्रियान्वयन व निगरानी की व्यवस्थाएं होंगी। 

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