रायपुर। कोरोना महामारी से निपटने के लिए राहत का टीका राजधानी पहुंचा गया। पहले खेप में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन की 3 लाख 23 हजार डोज शामिल है। पहले चरण में 2 लाख 67 हजार फ्रंटलाइन वर्कर्स को यह टीका लगाया जाना है।

स्वास्थ्य विभाग ने रायपुर हवाई अड्डे से राज्य वैक्सीन भंडार तक टीकों के परिवहन के लिए इंसुलेटेड वैक्सीन वैन की व्यवस्था की है। इसमें टीकों को 2 डिग्री सेल्सियस से 8 डिग्री सेल्सियस तक के अनुकूलित तापमान में रखा जाएगा। राज्य वैक्सीन भंडार से इंसुलेटेड वैक्सीन वैन के जरिए ही सभी जिलों में ये टीके भेजे जाएंगे। इसके लिए एक राज्य स्तरीय, तीन क्षेत्रीय और 27 जिला स्तरीय कोल्ड चेन पॉइंट बनाए गए हैं।

अधिकारियों का कहना है, प्रदेश में टीकों के सुरक्षित भंडारण व परिवहन के लिए अभी 630 क्रियाशील कोल्ड चेन पॉइंट एवं 85 हजार लीटर से अधिक कोल्ड चेन स्पेस उपलब्ध है। इनके साथ ही 81 अतिरिक्त कोल्ड चेन पॉइंट भी स्थापित किए गए हैं। वैक्सीन के परिवहन के लिए 1 हजार 311 कोल्ड-बॉक्स उपलब्ध हैं। सीरिंज, नीडल एवं अन्य सामग्रियों के भंडारण के लिए 360 ड्राई-स्टोरेज भी बने हैं।

टीकाकरण के लिए 1349 बूथ चिन्हित

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, प्रदेश में टीकाकरण के लिए 1349 बूथ चिन्हित किए गए हैं। इन केंद्रों पर कुल दो लाख 67 हजार 399 हेल्थ-केयर वर्करों, राज्य व केंद्रीय कर्मचारियों तथा सशस्त्र बलों को टीके लगाए जाने हैं। इन सब की जानकारी कोविन पोर्टल में एंट्री कर दी गई है।

16 जनवरी से शुरू होगा टीकाकरण अभियान

महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण का अभियान 16 जनवरी से शुरू हो रहा है। इस पहले चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगना है। इस चरण के लिए छत्तीसगढ़ में पहले दिन 99 बूथों से टीकाकरण की शुरुआत होगी। पहले चरण के बाद 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को टीका लगना है। उन्हें चिन्हित कर कोविन एप में पंजीकृत किया जाएगा।

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