टीआरपी डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता छोड़ने से पहले एक बार फिर चीन को दिया बड़ा झटका। शाओमी सहित चीन की 9 बड़ी कंपनियों हुई ब्लैकलिस्टेड। देश की सिक्युरिटी को देखते हुए अमेरिकी रक्षा विभाग ने गुरुवार को इन कंपनियों को बैन कर दिया है। अमेरिका का कहना है कि इन कंपनियों ने चीन की सेना से गठबंधन किया है। इसलिए सुरक्षा को मद्देनज़र रखते हुए इन्हें ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।

अमीरीकी रक्षा विभाग ने कहा, “हमारा डिपार्टमेंट पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) की सैन्य-नागरिक संलयन विकास रणनीति को उजागर करने और उसका मुकाबला करने के लिए दृढ़ है। जो उन्नत प्रौद्योगिकियों और विशेषज्ञता हासिल करने और विकसित करने के लिए अपनी पहुंच सुनिश्चित करके पीपल्स लिबरेशन आर्मी के आधुनिकीकरण लक्ष्यों का समर्थन करता है। यहां तक ​​कि उन पीआरसी कंपनियों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान कार्यक्रमों का जो नागरिक निकाय प्रतीत होते हैं।”

9 बड़ी कंपनियों के साथ यह कंपनियां भी हुई ब्लैकलिस्टेड:-

चीन की 9 बड़ी कंपनियों पर बैन लगने से मार्केट में हलचल मच गयी है। जिसके बाद अब अमेरिकी इन्वेस्टर्स को 11 नवंबर 2021 तक अमेरिका छोड़ना पड़ेगा । इसके पहले भी अमेरिका ने चीनी कम्पनी Huawei और ZTE को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया था। इस लिस्ट में चीन की और दो बड़ी कंपनियों Comac और Cnooc का भी नाम शामिल है। जहां Comac की टक्कर सीधे अमेरिका की प्लेन कंपनी एयरबस और बोइंग से होती है। वहीं शाओमी की सीधी टक्कर अमेरिका की एप्पल से होती है।

इसके अलावा उन्नत माइक्रो-फेब्रिकेशन उपकरण इंक (AMEC), लुओकॉन्ग टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन (LKCO), बीजिंग झोंगगुनकुन डेवलपमेंट इन्वेस्टमेंट सेंटर, GOWIN सेमीकंडक्टर कॉर्प, ग्रैंड चाइना एयर कंपनी (GCAC), ग्लोबल टोन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (GTCOM), चाइना नेशनल एविएशन होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (CNAH) और कमर्शियल एयरक्राफ़्ट कॉर्पोरेशन ऑफ़ चाइना (COMAC) जैसी बड़ी कम्पनियाँ भी ब्लैकलिस्टेट हो चुकी हैं।

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