टीआरपी डेस्क। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 61वां दिन है। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर पहली बार किसान ट्रैक्टर परेड निकालेंगे। कई दौर की चर्चा के बाद दिल्ली पुलिस ने किसानों को परेड की परमिशन दे दी है। लेकिन परेड के रूट को लेकर अब भी सस्पेंस बरकरार है।

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा, ‘किसान नेताओं से बातचीत के बाद ट्रैक्टर रैली के 3 रूट्स पर सहमति बनी है। पुलिस ने रूट्स का दौरा कर लिया है। कुछ देश विरोधी तत्व गड़बड़ी फैला सकते हैं, इसे लेकर हम सतर्क हैं।’ उनका कहना है कि रैली में सीमा पार से हिंसा की साजिश रची जा रही है। गड़बड़ी के लिए पाकिस्तान में 308 ट्विटर हैंडल बने हैं।

अपने तय किए रूट पर ही परेड निकालेंगे- किसान नेता

इससे पहले किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता एस एस पंढेर ने कहा, ‘पुलिस ने वह रूट नहीं दिया जो हमने तय किया था, कल रात जब हमें यह बात पता चली तो हमारी कमेटी ने चर्चा की। हम आज शाम तक अपना रूट बताएंगे। हमने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से दोबारा अपील की थी, लेकिन कोई बीच का रास्ता नहीं निकल पाया। हमने उनसे कहा है कि आप अपने सीनियर्स से बात करें, अगर वे हमारे रूट पर सहमत हो जाते हैं, तो अच्छा रहेगा। परेड तो हम उसी रूट पर निकालेंगे, जो हमने तय किया है।’

देशभर के किसान पहुंच रहे हैं दिल्ली

26 जनवरी को दिल्ली में निकाली जाने वाली ट्रैक्टर परेड में शामिल होने के लिए देश भर से किसान दल दिल्ली पहुंच रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा को सिंघु और टीकरी से करीब 64 किलोमीटर और गाजीपुर बॉर्डर से 46 किलोमीटर की परेड निकालने की परमिशन दी गई है।

किसानों का दावा- परेड में 2 लाख ट्रैक्टर शामिल होंगे

किसान यूनियनों ने दावा किया है कि दिल्ली में किसान परेड में करीब 2 लाख ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और UP समेत दूसरे राज्यों से भी किसान दिल्ली पहुंच रहे हैं। एक ट्रैक्टर पर 5 लोगों को ही बैठने की इजाजत रहेगी।

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