कोरबा। भुगतान को लेकर मनरेगा कार्यालय में पदस्थ बाबू द्वारा की जा रही मनमानियों के खिलाफ जनपद सदस्यों ने हल्ला बोल दिया है। सदस्यों ने कार्यालय में सीईओ के कक्ष में जाने का रास्ता भी बाधित कर दिया।

बता दें कि इससे पूर्व भी पूर्व जनपद क्षेत्र के सरपंच- सचिव इस बाबू के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं। मगर इसे मामले में अब तक कोई भी कार्रवाई न किए जाने से बाबू की मनमानियां बढ़ती ही जा रही हैं।


मिली जानकारी के अनुसार कोरबा जनपद का कार्यालय, मनरेगा शाखा के बाबू योगेश प्रताप सिंह के खिलाफ यहां के जनपद प्रतिनिधि एकजुट होकर धरने पर बैठ गए हैं। मीडिया से बातचीत में जनपद सदस्य नंदकुमार कंवर और चंद्रभान ने बताया कि मनरेगा में अधिकांश कार्यों में सप्लाई का काम होता है।

इसके संबंध में आदेश मिलने पर रोजगार सहायक और सरपंच उधार पर सामान लेकर काम पर लगाते हैं। जब इसका बिल भुगतान के लिए मनरेगा शाखा में लगाते हैं, तब बाबू योगेश प्रताप सिंह द्वारा इसमें तमाम तरह की खामियां बताकर भुगतान रोक दिया जाता है।

इतना ही नहीं बाबू योगेश प्रताप सिंह द्वारा अवैध तरीके से एनजीजीबी में सप्लाई का अधिकांश काम लेने का भी आरोप है। साथ ही उनके बिल का भुगतान समय पर हो जाता है। इससे सरपंच और रोजगार सहायक काफी परेशान है। इससे पूर्व रोजगार सचिव और सरपंच धरना प्रदर्शन कर चुके हैं, मगर अधिकारियों ने न तो वार्ता की और ना ही कोई पहल की। जिससे नाराज हो कर जनपद सदस्य अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित धरने पर बैठ गए हैं।

प्रभारी मंत्री से करेंगे शिकायत

अब इस मामलें में जनपद सदस्य कोरबा जिले के प्रभारी मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम से करने वाले हैं। उन्हें उम्मीद है कि प्रभारी मंत्री के हस्तक्षेप से इस मामले का कोई हल जरूर निकलेगा।

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