रायपुर। अभनपुर के आमदी गांव में किसान रामनारायण निषाद की आत्महत्या मामले में भाजपा ने दावा किया है कि कर्ज की वजह से किसान ने आत्महत्या की थी। वहीं अब पुलिस किसान परिवार को परेशान कर रही है। साथ ही इस मामले को दूसरा रूप देने की कोशिश की जा रही है।

भाजपा ने कहा कि किसान ने बेटी की शादी के लिए लिया था 1.80 लाख का कर्ज

प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय द्वारा इस मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया थी। पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू के नेतृत्व वाले जांच दल की रिपोर्ट में उल्लेख है कि किसान कर्ज में डूबा हुआ था। उसने बेटी की शादी के लिए कर्ज लिया था। आर्थिक तंगी आत्महत्या की वजह बनी।

सोमवार को एकात्म परिसर स्थित पार्टी कार्यालय में पूर्व कृषि कृषि मंत्री, किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरीशंकर श्रीवास और रायपुर ग्रामीण अध्यक्ष अभिनेश कश्यप ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉफ्रेंस की।

भाजपा ने कहा कि किसान ने बेटी की शादी के लिए अलग-अलग समूहों से 1.30 लाख का कर्ज लिया था। साहूकारों से भी 50 हजार रुपए कर्ज लिया। सोसाइटी में 21 क्विंटल धान बेचकर 39,601 रुपए मिले, मगर 24,133 रुपए सहकारी बैंक में कर्ज था, जो काट लिया गया। संयुक्त परिवार की पूरी जिम्मेदारी रामनारायण पर ही थी। किसान की मानसिक स्थिति बिल्कुल ठीक थी। मगर, पुलिस ने यह दबाव डालने की कोशिश की कि वे लिखवाएं कि रामनारायण बीमार था, वह शुगर से पीड़ित था।

भाजपा का आरोप है कि अब मृतक के परिजनों को बेवजह थाने बुलाकर परेशान किया जा रहा है। पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि इस घटना ने कर्जमाफी समेत धान संबंधी दावों की पोल खोलती हैं। इन्हीं किसानों ने कांग्रेस के वादों पर भरोसा कर उन्हें सत्ता तक पहुंचाया था। गौरी शंकर श्रीवास ने कहा कि हम सरकार से मृतक किसान के परिजनों के लिए 25 लाख अनुग्रह राशि की मांग करते हैं।

मौन सत्याग्रह करेगी भाजपा- चंद्रशेखर साहू

पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान को आड़े हाथों लेते हुए कहा, कि किसान की आत्महत्या कोई छोटा मामला नहीं है। मुख्यमंत्री ने अशिष्ट भाषा में बात की है। अगर, वे अपनी टिप्पणी वापस नहीं लेते हैं तो गांधी निर्वाण दिवस के दिन भाजपा मौन सत्याग्रह करेगी।