सांसद सोनी का पीसीसी चीफ पर तंज, मरकाम की कोई सुनता तक नहीं क्या ?
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0 छग. में पेट्रोल पर वैट ज़्यादा, सभी राज्यों में 7-8 रुपये खुद के कर से राहत यहां सिर्फ 78 पैसे रियायत

विशेष संवादाता, रायपुर
बाईट दिनों दिल्ली में महंगाई और तेल की कीमतों को लेकर छत्तीसगढ़ से प्रदर्शन करने गए प्रदेश कांग्रेस और पीसीसी चीफ मोहन मरकाम पर रायपुर से भाजपा सांसद सुनील सोनी ने तंज कैसा है। उन्होंने बेबाक बयां दिया है कि प्रदेश की कांग्रेस सर्कार और पार्टी में पीसीसी चीफ मोहन मरकाम की कोई सुनता भी नहीं। उन्होंने कहा अगर देश के अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ सरकार स्खना चाहे तो सिख ले। राज्यों ने पेट्रोल पर राज्य का कर करीब 7 से 8 रूपये काम कर दिया है। जबकि प्रदेश में पेट्रोल पर वैट टैक्स महज़ 78 पैसा कम किया गया है। ऐसे में महंगाई के खिलाफ कोंग्रेसियों का प्रदर्शन महज़ चलवा और सियासत है। सांसद सोनी के मुताबिक तमाम राज्यों ने भी अपनी जनता की चिंता की। मोदी सरकार द्वारा प्रति लीटर लगभग 15 से 17 रु से ज्यादा की राहत और राज्य सरकारों ने खुद के कर से 7 से 8 रु प्रति लीटर की राहत दी ,मगर छत्तीसगढ़ में महज 78 पैसे की छूट दी गई ये तो मजाक है।
रायपुर के भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केंद्र सरकार को उपदेश देने की बजाय प्रदेश के जिम्मेदारों को ज्ञान दें। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की हैसियत से मोहन मरकाम की जिम्मेदारी है कि वे प्रदेश में डीजल और पेट्रोल पर टैक्स कम करवाएं। यदि यहां उनके निर्देश नहीं माने जाते हैं तो केंद्रीय नेतृत्व को बतायें अन्यथा अपने पद से इस्तीफा देकर घर बैठ जायें। सोनी ने कहा- भाजपा शासित राज्य उत्तराखंड में प्रति लीटर वैट मात्र लगभग 14 रु,उत्तरप्रदेश में 16.5 रु,गुजरात में 16.5 रु,हिमाचल प्रदेश में 16.5 रु असम में 17 रु लिया जा रहा है। मगर छत्तीसगढ़ में 23 से 24 रु वैट और सेस के रूप में प्रति लीटर वसूले जा रहे हैं।

मरकाम ने दिल्ली में यह कहा था

अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में लगभग 27 प्रतिशत की गिरावट आई है। मोदी सरकार देश में दाम नही घटाकर मुनाफा वसूलने मे व्यस्त है। 2014 में क्रूड आयल की कीमत 116 डॉलर प्रति बैरल था तब पेट्रोल 100 रु लीटर मिलता था आज घटकर 88 डॉलर प्रति बैरल हो गया है तब भी पेट्रोल 105 रु लीटर के करीब मिल रहा है। इस हिसाब से पेट्रोल डीजल की कीमत में 15 रू प्रति लीटर की कमी होनी चाहिये। लेकिन मोदी सरकार पेट्रोल डीजल के भाव में कोई कमी नहीं कर रही है बल्कि पेट्रोल डीजल पर लगभग 19 रु एवं 15 रु 44 पैसा एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है रसोई गैस के दाम भी अंतराष्ट्रीय बाजार में 750 डॉलर से घटकर 650 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गया है जो लगभग 13.33 प्रतिशत की कमी है वर्तमान परिस्थिति में लगभग 10 रू प्रति सिलेण्डर कम होना चाहिये।