रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना टीकाकरण अभियान लगातार जारी है। इसी के तहत अब केंद्र सरकार के निर्देश पर आज से फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी टीका लगाने का काम शुरू हुआ है।

हालांकि विभाग ने 13 फरवरी तक 267402 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज लगा देने का लक्ष्य तय किया था। लेकिन अभी तक केवल 131188 यानी कुल 49 प्रतिशत लोगों को ही यह टीका लग पाया है।

छत्तीसगढ़ के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, हमने 13 फरवरी तक टीके की पहली डोज लगा लेने का लक्ष्य तय किया था। अभी वह पूरा होता नहीं दिख रहा है, लेकिन उससे कोई परेशानी की बात नहीं है। हम 13 फरवरी के बाद से वैक्सीन का दूसरा डोज देने शुरू कर देंगे। पहला डोज देने का काम भी साथ-साथ चलता रहेगा। पंजीयन के मुताबिक लोगों को बुलाया जाएगा। ऐसे में वैक्सीन देने में कोई परेशानी पेश नहीं आएगी।

डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया, आज से फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने का काम भी शुरू हो गया है। इसके लिए रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ में सीमित केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक बूथ पर 100 लोगों को बुलाया गया है। इन फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिस, राजस्व और नगर निगमों के कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन देने का काम साथ-साथ चलेगा।

16 जनवरी से शुरू हुआ था वैक्सीनेशन

छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की पहली खेप 13 जनवरी को पहुंची। 16 जनवरी से कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ। शुरुआत में टीकाकरण के लिए 97 बूथ बनाए गए थे। यह टीकाकरण प्रत्येक सप्ताह में चार दिन होना था। इसमें सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार शामिल था। कुछ बूथों पर मंगलवार और शुक्रवार को भी वैक्सीन लगाई जा रही है।

कहीं भी टीका लगवाने की मिली आजादी

वैक्सीनेशन की कम दर को देखते हुए रायपुर के कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन ने स्वास्थ्य कर्मियों को किसी भी नजदीकी बूथ पर जाकर टीका लगवाने की आजादी दिलवा दी। कहा गया, जिस बूथ पर जाने के लिए कर्मचारी को संदेश मिला है अगर वहां पहुंचने में कोई तकनीकी दिक्कत आ रही है तो अपनी सुविधा के मुताबिक किसी भी नजदीकी बूथ पर जा सकता है।

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