कोरोना वैक्सीन की भ्रांतियां दूर करने धर्म प्रमुखों की ली जा रही है मदद, यूनिसेफ और राज्य शासन का प्रयास
कोरोना वैक्सीन की भ्रांतियां दूर करने धर्म प्रमुखों की ली जा रही है मदद, यूनिसेफ और राज्य शासन का प्रयास

कोरोना टीकाकरण के फायदे बताए गए धर्म प्रमुखों को

रायपुर। कोरोना वैक्सीन को लेकर फैल रही भ्रांतियों के चलते टीकाकरण के अपेक्षित लक्ष्य को पूरा करने में दिक्कत आ रही है, आज भी कई लोग अपनी बारी आने बाद भी टीका लगवाने से परहेज़ कर रहे हैं। ऐसे में राज्य शासन और यूनिसेफ ने एक नई युक्ति निकाली है। इसी के तहत विभिन्न समाज के धर्म प्रमुखों और आदिवासी समुदाय से जुड़े प्रमुख लोगों को आमंत्रित कर उन्हें कोविड टीकाकरण के बारे में बताया गया, साथ ही उनकी शंकाओं का समाधान भी किया गया।

राजधानी रायपुर में यूनीसेफ और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित बातचीत में राज्य भर के 30 से भी अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इस मौके पर राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ अमर सिंह ठाकुर ने कोविड टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों के बारे में जानकारी दी। यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ श्रीधर रियावंकी ने COVID19 टीकाकरण पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की, और टीके के बारे में लोगों के सवालों का जवाब दिया।

ऐसे भी पूछे गए सवाल

इस कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने COVID टीकाकरण को लेकर अनेक तरह के सवाल किए, किसी ने पूछा कि क्या वाकई में कोविड का टीका लगाने की वजह से ही देशभर में कुछ लोगों की मौत हुई है? तो किसी ने यह भी पूछा कि टीका कितने समय तक असरकारी रहेगा।

अब तक 12 लोगों की हुई मौत, मगर जांच में वजह दूसरी निकली

इस दौरान डॉ अमर सिंह ने बताया कि कोविड टीका पूरी तरह सुरक्षित है और इसे लगाने के दौरान पूरी तरह सावधानी बरती जा रही है। हालांकि देशभर में कोविड टीका लगाने के बाद अब तक 12 लोगों की मौत हुई है, मगर एक्सपर्ट की कमेटी की अलग -अलग जांच में यह खुलासा हुआ है कि संबंधितों की मौत टीके की वजह से नहीं बल्कि दूसरी वजहों से हुई है।

उन्होंने बताया कि कोरोना वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है, और टीकाकरण के दौरान नियमों का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। किसी पर भी टीकाकरण का विपरीत प्रभाव पड़ता है, तो तत्काल सुरक्षात्मक कदम उठाए जाते हैं।

टीकाकरण में धर्म प्रमुखों की भूमिका अहम

यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के प्रमुख जॉब ज़करिया ने इस मौके पर कहा कि “धर्म, आस्था और समुदाय प्रमुखों का लोगो पर और उनके जीवन पर गहरा प्रभाव होता है। उन्होंने COVID टीकाकरण का प्रचार करने के साथ ही समुदाय और पूजा स्थलों में इसके फायदे बताने के लिए इन धर्म गुरुओं और समुदाय प्रमुखों का समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि COVID के दुष्प्रभावों को देखते हुए हमें किसी भी कीमत पर COVID को रोकने की जरूरत है।

धर्म प्रमुखों ने किया कोविड टीके का समर्थन

इस कार्यक्रम के आखिर में धार्मिक, सामुदायिक और आदिवासी प्रमुखों ने इस COVID टीकाकरण रोलआउट के लिए अपना समर्थन दिया। इन्होंने COVID टीकाकरण को बढ़ावा देने में मदद करने का आश्वासन भी दिया।

रोमन कैथोलिक चर्च के फादर सेबेस्टियन, छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलाम रिजवी, सिख समुदाय के प्रतिनिधि हरपाल सिंह, सतनामी समाज के डॉ कौशल, बोहरा समुदाय के मोहम्मद मुर्तजा, सिंधी समाज के दर्शन निहाल और बस्तर और सरगुजा क्षेत्र के आदिवासी नेताओं ने भी टीकाकरण के प्रयासों को अपना समर्थन देने की बात कही।

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