स्कूलों में उड़ रही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, एक बेंच पर बैठ रहे हैं दो छात्र
स्कूलों में उड़ रही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, एक बेंच पर बैठ रहे हैं दो छात्र

टीआरपी डेस्क। शिक्षा विभाग के निर्देश पर सरकारी स्कूल खोल तो दिए गए हैं। मगर जिन स्कूलों में ज्यादा बच्चे हैं वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में स्कूल प्रबंधन को काफी दिक्कतें आ रही है। कई स्कूलों में विद्यार्थियों को एक-एक बेंच पर बिठाया जा रहा है। तो कुछ स्कूलों में एक बेंच पर दो विद्यार्थी बैठे नजर आ रहे हैं।

प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगनी शुरू हो गई है। मगर इसकी शुरुआत में ही कुछ विद्यालयों में कोरोना के केस आने से विद्यार्थियों सहित पालकों के बीच भी भय का माहौल निर्मित हो गया, वही अधिकारी भी इस बात को लेकर चिंता में है। शिक्षा विभाग ने स्कूल संचालकों को सोशल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के दिशनिर्देश का पूरी तरह पालन करने का आदेश दिया है, लेकिन कई स्कूलों में विद्यार्थी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं।

व्याख्याता विमला राठौर

यह तस्वीर कोरबा जिले के हरदीबाजार स्थित शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की है जहां संवाददाता के पहुंचते ही उन बच्चों को तत्काल मास्क लगाने को कहा गया जिन्होंने मास्क अपनी जेब में रखे हुए थे। यहां एक बेंच पर दो विद्यार्थी नजर आए। यहां मौजूद व्याख्याता विमला राठौर ने बताया कि वर्तमान में प्रायोगिक परीक्षा चल रही है। यहां बेंच कम है इसलिए एक बेंच पर दो – दो विद्यार्थियों को बिठाया गया है। मौके पर प्राचार्य उपस्थित नहीं मिले। पूछने पर बताया गया कि प्राचार्य थोड़ी देर में आने वाले हैं।

प्राचार्य के आते ही सुधारी गई बैठक व्यवस्था

प्रभारी प्राचार्य बीएल दिवाकर

कुछ समय बाद जब संवादाता दोबारा इस विद्यालय में पहुंचा। तब तक प्राचार्य ने आनन-फानन में खाली कक्षाओं में भी विद्यार्थियों को शिफ्ट कराया और एक बेंच पर एक विद्यार्थी के बैठने की व्यवस्था कराई। प्रभारी प्राचार्य बीएल दिवाकर ने बताया कि इस विद्यालय में बालिका विद्यालय को भी मर्ज कर दिया गया है, इस वजह से विद्यार्थियों की संख्या बढ़कर 800 हो गई है जिसके चलते एक बेंच पर दो विद्यार्थियों को बैठाना पड़ रहा था। फिलहाल कक्षाएं बढ़ाकर व्यवस्था को कायम कर दिया गया है और एक बेंच पर एक बच्चे को बिठाकर कोविड-19 के सभी निर्देशों का पालन किया जा रहा है।

ऐसा ही नजारा जिल मुख्यालय कोरबा स्थित कलेक्टर कार्यालय के पास ही स्थित पी डब्ल्यू डी शासकीय विद्यालय में देखने को मिला, जहां एक बेंच पर दो से तीन विद्यार्थी बैठ रहे हैं। हालांकि इस संबंध में जब प्राचार्य से पूछा गया तब उन्होंने बताया कि बच्चों की संख्या ज्यादा है मगर सोशल डिस्टेंसिंग कायम करने की कोशिश की जा रही है और नियमों का पालन किया जा रहा है।

दर्ज संख्या से कम आ रहे हैं विद्यार्थी

अनेक स्कूल ऐसे भी है जहां दर्ज संख्या से काफी कम विद्यार्थी आ रहे हैं, इन स्कूलों में सोशल डिस्टेंसिंग कायम करने में कोई भी दिक्कत नहीं आ रही है। कोरबा के वनांचल क्षेत्र करतला में स्थित ग्राम बोतली के हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या 300 है मगर यहां बहुत ही कम बच्चे नजर आए।

यहां के प्रभारी प्राचार्य आसन दास महंत ने बताया कि विद्यालय में बहुत ही कम विद्यार्थी आ रहे हैं, इसके चलते सोशल डिस्टेंस कायम करने में दिक्कत नहीं आ रही है, मगर जिस दिन ज्यादा बच्चे आते हैं उस दिन कक्षाएं बढ़ा दी जाती हैं, और एक बेंच पर एक ही विद्यार्थी को बिठाया जा रहा है। प्राचार्य ने बताया कि ऑनलाईन पढ़ाई से विद्यार्थियों का कोर्स लगभग पूरा हो गया है और विद्यार्थी फिलहाल रिवीजन कर रहे हैं।

बहरहाल प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में प्रायोगिक परीक्षाएं चल रही हैं, जिसके बाद बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने पहली से आठवीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रवेश देने का निर्देश जारी किया है। वहीं अब यह भी तय हो गया है कि 9वीं से 12वीं तक की परीक्षाएं ऑफलाइन होंगी, जिसकी तैयारियां चल रही हैं।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…