स्वदेशी मेले में दिख रही भारतीय संस्कृति और परंपराओं से परिपूर्ण आत्मनिर्भर भारत की झलक
रायपुर। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 26 फरवरी से राजधानी रायपुर में स्वदेशी मेला का भव्य शुभारंभ हो गया है। भारतीय विपणन विकास परिषद द्वारा आयोजित स्वदेशी मेला का शहरवासी बेसब्री से इंतिजार करते है क्योंकि यह मेला अपने आप में बेहद खास होता है।
भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलक यहा दिखती है। भारत के कोने-कोने से आये व्यवसायी अपनी पारंपरिक वस्तुओं प्रमुख रूप से कपड़े, फर्नीचर, क्रॉकरी, सजावटी वस्तुएं, विभिन्न प्रकार की मशीनरी, कारपेट आदि का स्टॉल लगाते है जो राजधानीवासियों के प्रमुख आकर्षण का केंद्र होता है। यहा बच्चों के लिए भी विशेष आयोजन किये जा रहे है।
7 दिवसीय मेला के दौरान मेला स्थल में विभिन्न प्रतियोगिताएं भी होती है। इसी तारतम्य में 27 फरवरी को दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक व्यंजन प्रतियोगिता (केवल महिलाओं के लिए) 28 फरवरी रविवार को दोपहर 12 से 1 बजे तक चित्रकला प्रतियोगिता, 28 फरवरी को ही संध्या 7 बजे विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन एकल नृत्य प्रतियोगिता, 1 मार्च सोमवार को दोपहर 2 से 3:30 बजे तक केश सज्जा प्रतियोगिता, 1 मार्च को ही संध्या 7 बजे समूह नृत्य प्रतियोगिता,2 मार्च मंगलवार को दोपहर 2 से 3:30 तक रंगोली प्रतियोगिता, 2 मार्च को ही संध्या 6 से 7:30 बजे तक मेरी आवाज सुनो का आयोजन, 3 मार्च बुधवार को दोपहर 2 से 3:30 तक मेहंदी प्रतियोगिता (महिलाओं के लिए) तथा 4 मार्च गुरुवार को दोपहर 1 से 2 बजे तक कबाड़ से जुगाड़ प्रतियोगिता का आयोजन होगा। इन प्रतियोगिता के लिए मेला स्थल में स्थित कार्यालय में पंजीयन प्रारंभ हो गया है।