दुष्कर्म के आरोपितों को शीघ्र आजीवन कारावास दिलाने छत्तीसगढ़ के 6 पुलिसकर्मियों को मिला सुपर इंवेस्टिगेटर सम्मान
दुष्कर्म के आरोपितों को शीघ्र आजीवन कारावास दिलाने छत्तीसगढ़ के 6 पुलिसकर्मियों को मिला सुपर इंवेस्टिगेटर सम्मान

रायपुर। दुष्कर्म के आरोपितों को शीघ्र आजीवन कारावास की सजा दिलाने पर उत्कृष्ट विवेचकों को सुपर इंवेस्टिगेटर सम्मान से सम्मानित किया। इसी के साथ ही बेहतर कार्य करने पर 51 पुलिसकर्मियों को इंद्रधनुष सम्मान प्रदान किया गया।

डीजीपी डीएम अवस्थी ने कहा कि चुनौतियों का सामना डटकर करना चाहिए। घटना के बाद घटनास्थल पर तत्काल जाने से सफलता जल्द मिलती है। महिला विरुद्ध अपराध होने पर ज्यादा संवेदनशीलता के साथ जांच करनी होती है। जितनी जल्दी आरोपितों को सजा दिलाएंगे, जनता में पुलिस के प्रति उतना ही विश्वास बढ़ेगा।

कार्यक्रम में आइजी विवेकानंद सिन्हा, रतन लाल डांगी, एसपी संतोष सिंह, दिव्यांग पटेल उपस्थित रहे। डीजीपी अवस्थी ने उप पुलिस अधीक्षक राजीव शर्मा, निरीक्षक राजेश मिश्रा, उप निरीक्षक नीता राजपूत, उप निरीक्षक रंजीत प्रताप सिंह, सहायक उप निरीक्षक कंवल सिंह नेताम, प्रधान आरक्षक मोहित चेलक को सुपर इन्वेस्टिगेटर सम्मान प्रदान किया।

जीपीएस डाटा एनालिसिस की मदद से पहुंचे दुष्कर्म के आरोपी तक

बेमेतरा में पिछले वर्ष दो जुलाई को नाबालिग को घर से अगवा कर अज्ञात आरोपितों ने दुष्कर्म किया और फरार हो गए। प्रकरण में कोई भी प्रत्यक्षदर्शी नहीं होने की वजह से प्रकरण पूरी तरह ब्लाइंड था। इस केस में करीब 50 हजार मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया गया। बेमेतरा पुलिस ने जीपीएस डेटा एनालिसिस की मदद से मासूम पीड़िता के साथ दुष्कर्म के आरोपित ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता ने आरोपी ट्रक चालक और ट्रक की पहचान की। आरोपित सूरज प्रजापति सड्डू में रहता था और मूल रूप से जिला गढ़वा झारखंड का रहने वाला है। आरोपित को पकड़ने पुलिस के 40 लोगों की टीम दिन-रात लगी थी। पुलिस ने 12 हजार ट्रकों का जीपीएस डेटा विश्लेषण किया जो कि कवर्धा, बेमेतरा, सिमगा रूट में चलते हैं।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…