कोल डिस्पेच रोकने में सफल नहीं हुए अप्रेंटिस ट्रेनी, नौकरी की कर रहे मांग, पुलिस ने कड़े तेवर दिखाते हुए खदान से खदेड़ा
कोल डिस्पेच रोकने में सफल नहीं हुए अप्रेंटिस ट्रेनी, नौकरी की कर रहे मांग, पुलिस ने कड़े तेवर दिखाते हुए खदान से खदेड़ा

टीआरपी डेस्क। एसईसीएल में अप्रेंटिस की ट्रेनिंग लेने के बाद नौकरी की मांग कर रहे बेरोजगारों ने आज कोरबा के गेवरा खदान से कोल डिस्पेच रोकने की कोशिश की। मगर पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने इन्हें बलपूर्वक रोकते हुए यहां से खदेड़ दिया।

एसईसीएल में रोजगार देने, विभिन्न खाली पदों को भरने के साथ कई मांगों को लेकर अप्रेंटिस संघ ने पिछले दिनों कोरबा के गेवरा स्थित सीजीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। संघ का कहना है कि एसईसीएल में बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं। नए पदों पर भर्ती नहीं की गई है, इससे कामकाज बाधित हो रहा है।

तकनीकी प्रशिक्षण पाने और इसके आगे की औपचारिकताओं को पूरा करने वाले अप्रेंटिस ट्रेनी छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में हैं। एसईसीएल के स्तर पर इन्हें नियमित किये जाने की मांग बरसों पुरानी है। कई बार इसे लेकर प्रशासन और प्रबंधन को पत्र दिए गए हैं। इन्हें हर बार आश्वासन जरूर प्राप्त हुआ लेकिन कोई भी पहल नहीं हुई।

जवानों को धक्का देकर साइलो में घुसने की कोशिश नाकाम

अपनी घोषणा के मुताबिक आंदोलनकारी अप्रेंटिस ट्रेनी बड़ी संख्या में गेवरा के श्रमिक चौक पर एकत्र हुए। यहां सीआईएसएफ बेरियर में खड़े जवानों को धक्का देकर अप्रेंटिस ट्रेनी गेवरा के साइलो की ओर दौड़कर भागे, तभी दीपका थाना प्रभारी हरिश्चंद्र टांडेकर के नेतृत्व में CISF और पुलिस के जवानों ने कोल डिस्पेच रोकने जा रहे अप्रेंटिस ट्रेनियों को कड़े तेवर दिखाते हुए खदान से खदेड़ दिया।

गौरतलब है कि एसईसीएल की विभिन्न परियोजनाओं में आईटीआई पास बेरोजगारों को अप्रेंटिस ट्रेनिंग के नाम पर काम पर रखा जाता है और इनकी ट्रेनिंग के बाद इन्हें हटा दिया जाता है। ऐसे लोगों की संख्या हजारों में है। इनमें से कुछ लोगों को तो नौकरी मिल गई है, मगर बाकी अभी बेरोजगार घूम रहे हैं। ऐसे बेरोजगारों द्वारा ही अप्रेंटिस ट्रेनी संघ बनाकर चरणबद्ध ढंग से आंदोलन किया जा रहा है।

Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे फेसबुक, ट्विटरटेलीग्राम और वॉट्सएप पर…