एंटीलिया मामले में बड़ा खुलासा, जिस इनोवा में भागा था संदिग्ध आरोपी, इंस्पेक्टर सचिन वझे करते थे उसका इस्तेमाल
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टीआरपी डेस्क। शनिवार रात NIA की टीम ने उस इनोवा कार को बरामद कर लिया है, जो एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियों के पीछे दो बार नजर आई थी। जानकारी अनुसार, क्राइम ब्रांच में रहते हुए असिस्टेंट इंस्पेक्टर सचिन वझे ही इस कार का इस्तेमाल करते थे। साथ ही रविवार को इसके ड्राइवर समेत दो और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।

क्राइम ब्रांच में रहते हुए सचिन वझे करते थे कार का इस्तेमाल

आपको बता दें, वझे का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वह एक स्कॉर्पियो कार के पास दिखाई दे रहे हैं। यह कार हूबहू वैसी ही है, जैसी एंटीलिया के बाहर विस्फोटकों के साथ पार्क की गई थी। महाराष्ट्र ATS अब इस वायरल वीडियो की जांच कर रही है। यह वीडियो पिछले साल 5 नवंबर का है, जब पुलिस टीम के साथ वझे जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार कर ले जा रहे थे।

वहीं, वझे को NIA आज कोर्ट के सामने पेश करेगी। NIA कोर्ट से वझे की कस्टडी की मांग करेगी। इससे पहले वझे को शनिवार देर रात गिरफ्तार किया गया था। NIA ने उन्हें एंटीलिया के पास विस्फोटकों से भरी कार रखने में भूमिका निभाने और संलिप्तता के चलते गिरफ्तार किया है।

इसके अलावा ठाणे की सेशन कोर्ट ने भी शनिवार को वझे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने कहा था कि शुरुआती तौर पर उनके खिलाफ कुछ सबूत हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वझे ने शुक्रवार को अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी। मामले की अगली सुनवाई 19 मार्च को होगी।

संजय राउत ने- मुंबई पुलिस को बदनाम करने का प्रयास

इसी बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। यह मुंबई पुलिस के अधिकारों में अतिक्रमण है। राज्य के अधिकार पर केंद्र अपना आधिपत्य बनाने का प्रयास कर रहा है। इस पूरे केस में किसी भी केंद्रीय एजेंसी की जांच की जरूरत नहीं थी। सचिन को गिरफ्तार करने में NIA ने बहुत जल्दबाजी दिखाई है।

इसके साथ ही उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के बाहर से बरामद हुई स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत के मामले में भी वझे पर आरोप लगे हैं। इस मामले की जांच एंडी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) कर रही है।

बता दें, सचिन वझे पर तमाम आरोप लगने के बाद महाराष्ट्र के गृह विभाग के आदेश पर उन्हें क्राइम ब्रांच से हटा दिया गया। उन्हें नागरिक सुविधा केंद्र में भेजा गया है। यह आदेश शुक्रवार 12 मार्च देर शाम जारी किया गया। 10 मार्च को महाराष्ट्र विधानसभा में इस केस पर विपक्ष ने हंगामा किया था। इस पर गृह मंत्री अनिल देशमुख ने वझे का ट्रांसफर करने की बात की थी।

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