बढ़ते कोरोना पर बोले PM मोदी - कोरोना की दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा, लापरवाही ना बरतें
बढ़ते कोरोना पर बोले PM मोदी - कोरोना की दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा, लापरवाही ना बरतें

नेशनल डेस्क। देश में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों ने केंद्र सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। साथ ही इस बैठक में पीएम मोदी ने रणनीति पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों संग बैठक की।

हालांकि बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमें हर हाल में कोरोना महामारी को हराना होगा और इसके लिए मांस्क को लेकर गंभीरता अभी भी बहुत जरूरी है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार को रोकेने के लिए लागू बचाव संबंधी नियमों को सख्ती से लागू करने, आरटी-पीसीआर और ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाने जैसे सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर को तत्काल रोकना होगा।

देश में कोरोना से प्रभावित राज्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक में कहा कि दुनिया में कई कोरोना प्रभावित देश ऐसे हैं, जिन्हें कोरोना की कई लहर का सामना करना पड़ा। हमारे देश में भी कई राज्य ऐसे हैं, जिनमें अचानक से कोरोना संक्रमण में वृद्धि देखने को मिली है। पीएम मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और पंजाब जैसे कई राज्यों में संक्रमण की दर लगातार बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर कोरोना की इस लहर को यहीं नहीं रोका गया, तो देशव्यापी असर देखने को मिल सकता है।

‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ की राह पकड़ें : पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर हमें पिछले साल जैसी ही गंभीरता दिखानी होगी। कोरोना संक्रमित व्यक्ति बेहद कम समय में ट्रैक करना और आरटी-पीसीआर जांच दर 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है।

पीएम ने कहा कि कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है।

पीएम मोदी ने राज्यों को दिए ये पांच मंत्र…

  1. ‘दवाई भी-कड़ाई भी’ का पालन करना होगा.
  2. RT-PCR टेस्टिंग को बढ़ाना ही होगा.
  3. माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाने पर जोर दिया जाए.
  4. वैक्सीन लगाने वाले केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए, सरकारी-प्राइवेट किसी में भी वैक्सीन लगाने की सुविधा हो.
  5. वैक्सीन की एक्सपाइरी डेट का भी ध्यान रखना होगा.

पीएम बोले, वायरस को गांव पहुंचने से पहले रोकना होगा

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें छोटे शहरों में टेस्टिंग को बढ़ाना होगा। हमें छोटे शहरों में “रेफरल सिस्टम” और “एम्बुलेंस नेटवर्क” के ऊपर विशेष ध्यान देना होगा ताकि कोरोना वायरस गांव तक अपने पैर न पसार पाए। अगर कोरोना वायरस गांवों तक पहुंच गया, तो मुश्किल खड़ी हो जाएगी।

वैक्सीन को बर्बाद होने से रोकें राज्य 

पीएम मोदी ने कहा कि देश में वैक्सीनेशन की गति लगातार बढ़ रही है।  पीएम ने कहा कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में वैक्सीन वेस्ट का आंकड़ा दस प्रतिशत तक पहुंचा है, ये बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। देश में हम करीब 30 लाख वैक्सीन रोज लगा पाए हैं, ऐसे में इसी रफ्तार को आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए हमें वैक्सीन वेस्टेज को रोकना होगा, इसके लिए राज्यों को थोड़ी सख्ती बरतने की जरूरत है। 

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