नेशनल डेस्क। CBI ने बुधवार को कैडबरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (मोंडेलेज फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व वाले) के खिलाफ भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, और क्षेत्र-आधारित टैक्स छूट का लाभ लेने का मामला दर्ज किया है। अब इस केस के संबंध में कैडबरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुवार को आरोपों का जवाब दिया है।

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि “2019 में, कंपनी ने सबका विश्वास स्कीम के माध्यम से संभावित रूप से लंबी मुकदमेबाजी का निपटारा कर दिया था। कंपनी अधिकारियों से औपचारिक संचार का इंतजार कर रही है।”
भ्रष्टाचार का मामला
CBI ने कैडबरी इंडिया और केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिकारियों के खिलाफ हिमाचल में फैक्ट्री का लाइसेंस प्राप्त करने के लिए कथित तौर पर करप्शन का आरोप लगा है। आईपीसी की धारा 420 (जालसाजी) और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पिछले साल कंपनी ने सरकार की सबका विश्वास योजना के तहत हिमाचल प्रदेश के बद्दी में अपने प्लांट से संबंधित टैक्स विवादों का निपटारा किया था। बता दें कि कंपनी के ऊपर 580 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप लगा था और उसने जनवरी 2020 में इस योजना के तहत 439 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। उस समय, मोंडेलेज ने अपने 439 करोड़ के टैक्स निपटान के लिए काफी सुर्खियां बटोरी थीं, जिसे केंद्र की सबका विश्वास योजना के तहत सबसे बड़े सेटलमेंट के रूप में लिया गया था।
जानिए सबका विश्वास योजना, 2019 क्या है?
सबका विश्वास योजना, 2019 केंद्रीय बजट, 2019 में प्रस्तावित एक योजना है जिसे तत्कालीन सेवा कर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क अधिनियमों से संबंधित सभी विवादों को सुलझाने के लिए शुरू किया गया था। यह योजना उन करदाताओं के लिए है जो सरकार द्वारा प्रदान की गई राहत के साथ अपने लंबित विवादों को बंद करना चाहते हैं।
12 लोगों की हुई है गिरफ्तारी
इस मामले में सीबीआई ने मामले में 12 लोगों की गिरफ्तारी की है जिनमें सेंट्रल एक्साइज के दो अधिकारी भी शामिल हैं। वहीं कैडबरी इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट विक्रम अरोड़ा और डायरेक्टर राजेश गर्ग और जेलब्वॉय फिलिप्स को भी अरेस्ट किया गया है।
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