नई दिल्ली/रायपुर। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम (Ramvichar Netam) संसद में मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता जिला सुरजपुर में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला उठाया। नेताम ने आरोप लगाया कि शक्कर कारखाने में तैयार मोलासीस को बिना टेंडर ही बेच दिया गया है।
सदन में सांसद नेताम ने शक्कर कारखाना में हुए भ्रष्टाचार के कारण किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के दूसरे शक्कर कारखाने में मोलासीस को 6500 प्रति टन से लेकर 7000 प्रति टन की दर से बेचा गया, जबकि मां महामाया शक्कर कारखाने में बिना निविदा आमंत्रित किए 5500 कि दर से भ्रष्टाचार कर अपने चहेते फर्म को मोलासीस बेच दिया गया है।
नेताम ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा 33 किलो की दर से शक्कर बेचना तय किया, जबकि बगैर निविदा के भ्रष्टाचार कर 31 किलो की दर से शक्कर बेच दी। बिना वैकेंसी के सैकड़ों नियुक्तियां की गई है और उसमें से ज्यादातर कर्मचारी फैक्टरी में कार्यरत नहीं है और उनका वेतन उनके खाते में जमा किया जा रहा है। नेताम ने कहा कि गन्ना परिवहन के निविदा में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है, जिसकी जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए।
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