जांजगीर। छत्तीसगढ़ में जांजगीर जिले के देवरघटा गांव में एक बुजुर्ग का हत्यारा मृतक का बेटा ही निकला। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीँ, कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।

दरअसल, 26 मार्च को देवरघटा गांव के रहने वाले 60 साल के टीकाराम मनहर की लाश उसके घर से मिली थी। मामले की जाँच में पुलिस को मृतक के बेटे पर शक हुआ. पूछताछ में आरोपी 48 घंटों तक कई तरह की बातें बताकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा था, लेकिन उसका झूठ ज्यादा देर तक टिक नहीं पाया। आखिरकार आरोपी ने अपना जुर्म कबूला और पुलिस को बताया कि उसने हीअपने पिता की हत्या की है।
हंसिए से किया ताबड़तोड़ हमला
जानकारी के मुताबिक, छानबीन में पुलिस को पता चला था कि मृतक और उसके बेटे देवेंद्र के बीच विवाद हुआ था। शुरूआती जांच में आरोपी देवेंद्र पुलिस को गुमराह करता रहा मगर फिर उसने बताया कि हंसिए से उसने अपने पिता पर 8-10 वार किए, बुजुर्ग की गर्दन और सीने का हिस्सा कट गया था। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई थी। घटना के बाद देवेंद्र घर से चला गया था। कुछ देर बाद पास ही रहने वाला टीकाराम का भांजा ठंडाराम घर आया तो उसने लाश को देखकर पुलिस काे जानकारी दी थी।
आए दिन होता था पिता-पुत्र में झगड़ा
देवेंद्र ने बताया कि उसका पिता आए दिन जमीन के हिस्से को लेकर उसके साथ बहस करता था। 26 मार्च की सुबह भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। इस दौरान पुलिस की डायल 112 की टीम भी पहुंची थी तब झगड़ा शांत करवाकर पुलिस लौट गई थी। देवेंद्र ने बताया कि उसकी बहन की शादी में रुपयों की जरुरत थी, मगर पिता रुपए नहीं दे रहे थे। इस बात पर भी बहस होती रहती थी। झगड़े वाले दिन देवेंद्र का गुस्सा बढ़ चुका था। उसने घर के कमरे में रखा हंसिया लिया और अपने ही पिता पर हमला कर दिया था। पुलिस ने अब देवेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है.
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