कोरबा। भैसमा में हुए तिहरे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मामले में पुलिस ने 6 लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें मृतक का बड़ा भाई हरभजन सिंह , भाभी धनकुंवर , नाबालिग भतीजी, दोनों साले परमेश्वर एवं सुरेंद्र कँवर और उनका एक साथी रामप्रसाद मन्नेवार शामिल है। संपत्ति विवाद को लेकर वारदात को अंजाम देने की बात कही जा रही है।

  • एक्स डिप्टी सी एम के बेटे, बहु और नातिन की हुई थी हत्या

  • उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम भैसमा में एमपी के पूर्व डिप्टी सीएम स्व.प्यारेलाल कंवर के पुत्र, बहु और पोती को मौत की नींद सुलाने वाले आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए है। इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्की मृतक के बड़े भाई का साला परमेश्वर है, जो अपने एक अन्य साथी रामप्रसाद मन्नेवार के साथ धारदार हथियार से तीनों के खून से अपने हाथ लाल कर लिए।
  • अस्पताल में भर्ती हत्यारे को सबसे पहले किया गिरफ्तार
  • हत्या की इस वारदात के दौरान घायल हुए मुख्य आरोपी परमेश्वर को पुलिस ने करतला के एक अस्पताल से हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ में जो कहानी उभरकर सामने आयी उसके बाद पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन लोगों को आरोपी बनाया है, जिसमें मृतक हरीष कंवर का बड़ा भाई, भाभी, भतीजी, दो साले व एक अन्य साथी शामिल है।
  • योजनाबद्ध तरीके से वारदात को दिया अंजाम

मृतक हरीश के बड़े भाई हरभजन सिंह ने योजनाबद्ध तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया। हरभजन ने सबसे पहले अपनी पत्नी को मायके भेज दिया। इसके बाद उसकी नाबालिग पुत्री ने बुधवार की सुबह पति हरभजन को सुबह चार माॅर्निंग वाॅक पर निकल जाने का मैसेज दिया, ताकि वारदात को अंजाम दिया जा सके। हरभजन के घर से बाहर निकलते ही उसका साला अपने साथी के साथ मौके पर पहुंचे और एक एक कर तीनों को मौत के घाट उतार दिया और मौके से हत्यारे फरार हो गए।

  • पुलिस को गुमराह करता रहा हत्यारा

  • हत्या की इस वारदात के बाद हरकत में आई पुलिस ने हर एंगल से मामले की जांच शुरु की जिसमें मृतक के के बड़े भाई हरभजन के साले परमेश्वर पर शक की सुई घूमी, लिहाजा पुलिस ने उसे खोजना शुरू किया, जानकारी मिली कि वह दुर्घटना में घायल होने के बाद अस्पताल में भर्ती है, पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर जब परमेश्वर के शरीर में लगे चोट का अवलोकन किया तब पता चला की चोट दुर्घटना के नहीं हो सकते, तब पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तब उसने अपना गुनाह कुबूल कर लिया।

  • आरोपी ने बताया कि वारदात के दौरान हरीश ने अपने घर पर रखे कत्ते से उस पर वार किया था, जिससे उसे चोटें आयी हैं। इस बीच उसका साथ सक्ती भागने के फिराक में था जिसे नगरदा, जांजगीर पुलिस के सहयोग से पकड़ लिया गया। ट्रिपल मर्डर की पूरी तस्वीर साफ हो गई है जिसका खुलासा पुलिस ने पत्रवार्ता में किया।

  • इस वारदात के खुलासे में पुलिस की साइबर सेल की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिसने सीडीआर से आरोपियों का सुबह का लोकेशन पता लगाया और कड़ियां जुड़ती चली गयी।