रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते 06 आरोपी गिरफ्तार, साइबर सेल की कार्रवाई
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते 06 आरोपी गिरफ्तार, साइबर सेल की कार्रवाई

रायपुर। स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी पर रोक नही लग पा रहा है। इस इंजेक्शन की केवल अस्पतालों में ही सप्लाई के बावजूद राजधानी सहित अन्य शहरों में इसकी कालाबाजारी हो रही है। राजधानी की पुलिस ने ऐसी ही कालाबाजारी के खिलाफ मुखबिरों को लगाया और इस कार्य में लगे 06 लोगों को पकड़ने में सफलता हासिल की।

ग्राहक बनकर पकड़ा कालाबाजारियों को

साइबर सेल के प्रभारी रमाकांत साहू ने बताया कि कुछ दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि रोहित क्षेत्रपाल एवं वैभव साहू नामक व्यक्तियों द्वारा सरस्वती नगर एवं आजाद चैक क्षेत्र में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही है। तब सायबर सेल की टीम को आरोपियों की पतासाजी कर रंगे हाथ पकड़ने निर्देशित किया गया। जिस पर टीम द्वारा रोहित क्षेत्रपाल एवं वैभव साहू के संबंध में पतासाजी कर तस्दीक किया गया तथा टीम के एक सदस्य ने ग्राहक बनकर रोहित क्षेत्रपाल से संपर्क कर रेमडेसिविर इंजेक्शन को 15,000/- रूपये में क्रय करने का सौदा तय किया। रोहित क्षेत्रपाल एवं वैभव साहू द्वारा टीम के सदस्य को थाना सरस्वती नगर क्षेत्र में इंजेक्शन देने हेतु बुलाया गया। निर्धारित स्थल पर टीम का एक सदस्य जिससे सौदा तय हुआ था, रूपये लेकर उक्त दोनों से इंजेक्शन क्रय कर रहा था इसी दौरान टीम के अन्य सदस्यों द्वारा आरोपी रोहित क्षेत्रपाल एवं वैभव साहू को पकड़ लिया गया।

मेडिकल स्टोर का संचालक है एक आरोपी

पूछताछ में पता चला कि आरोपी रोहित क्षेत्रपाल का गुढ़ियारी में मेड़िकल स्टोर है। सायबर सेल की टीम द्वारा औषधि विभाग की टीम को बुलाकर आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 02 नग रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं नगदी 20,400/- रूपये जप्त कराया गया। जिस पर औषधि विभाग की टीम द्वारा आरोपियों के विरूद्ध औषधि अधिनियम के तहत् कार्यवाही करने के साथ ही पुलिस द्वारा आरोपियों के विरूद्ध थाना सरस्वती नगर में पृथक से प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् भी कार्यवाही किया गया।

ब्लैक में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचते पकड़ा गया गिरोह

एक अन्य मामले में पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई कि राहुल गोयदानी नामक व्यक्ति द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की जा रही है। जानकारी पुख्ता होने पर साइबर टीम के एक सदस्य ने ग्राहक बनकर राहुल गोयदानी से संपर्क कर रेमडेसिविर इंजेक्शन को 25,000/- रूपये में क्रय करने का सौदा तय किया। जिस पर राहुल गोयदानी द्वारा टीम के सदस्य को थाना मौदहापारा क्षेत्र में इंजेक्शन देने हेतु बुलाया गया। यहां भी योजनाबद्ध ढंग से व्यूह रच कर राहुल गोयदानी को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते रंगे हाथ पकड़ा गया।

25 हजार में बेचते थे 1 नग इंजेक्शन

साइबर टीम के सदस्यों द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य साथी आयुष माहेश्वरी, कमलेश रतलानी एवं सुमित कुमार मोटवानी के साथ मिलकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुये 01 नग इंजेक्शन को 25,000/- रूपये में बिक्री करना बताया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में संलिप्त आरोपी आयुष माहेश्वरी, कमलेश रतलानी एवं सुमित कुमार मोटवानी को पकड़ा गया तथा सायबर सेल की टीम द्वारा औषधि विभाग की टीम को बुलाकर आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से 07 नग रेमडेसिविर इंजेक्शन, नगदी 1,38,000/- रूपये एवं 05 नग मोबाईल फोन जप्त कराया गया।

जिस पर औषधि विभाग की टीम द्वारा आरोपियों के विरूद्ध औषधि अधिनियम के तहत् कार्यवाही करने के साथ ही पुलिस द्वारा आरोपियों के विरूद्ध थाना मौदहापारा में पृथक से प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत् भी कार्यवाही की गई। पुलिस को मिली इस सफलता के बाद साइबर सेल के प्रभारी रमाकांत साहू ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।

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