टीआरपी डेस्क। केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री सदानंद गौड़ा ने जानकारी दी कि आज सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को Amphotericin-B की कुल 23,680 अतिरिक्त शीशियां अलॉट की गई हैं। इसमें से छत्तीसगढ़ को 300 वायल्स मिले हैं।

A total of 23,680 additional vials of Amphotericin-B have been allocated to all States/UTs today. The Allocation has been made based on total number of patients which is approx. 8,848 across country: Sadananda Gowda, Union Minister for Chemicals & Fertilizers pic.twitter.com/yAikWVkoU4
— ANI (@ANI) May 22, 2021
शीशियों का आवंटन कुल मरीजों की संख्या के आधार पर किया गया है जो देश में लगभग 8,848 है। Amphotericin-B एक एंटी-फंगल दवा है, जो ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के मरीजों को इंजेक्शन के रूप में लगाई जाती है।
म्यूकोर्मिकोसिस के जिस राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में ज्यादा मरीज हैं, उन राज्यों को Amphotericin-B की ज्यादा वाइल्स दी गई हैं। एंटी-फंगल दवा जिन राज्यों और UTs को सबसे अधिक दी गई हैं, उनमें आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना शामिल हैं। इन राज्यों में म्यूकरमाइकोसिस के मरीज अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा हैं।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से ब्लैक फंगस संक्रमण (म्यूकरमाइकोसिस) को महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत अधिसूच्य बीमारी बनाकर सभी मामलों की सूचना देने की अपील की है। मंत्रालय ने यह भी कहा है कि इस संक्रमण से कोविड-19 मरीजों में क्रॉनिक डिजीज और मौतों की संख्या में वृद्धि हो रही है।
मंत्रालय ने एक पत्र में कहा कि हालिया समय में कई राज्यों से कोविड मरीजों में फंगस संक्रमण ‘म्यूकरमाइकोसिस’ के रूप में एक नयी चुनौती सामने आई है। यह बीमारी खासकर ऐसे कोविड रोगियों में देखने को मिल रही है जिन्हें स्टेरॉयड पद्धति से इलाज मिला है और जिनका डायबिटीज अनियंत्रित है।