360 डिग्री पर दुश्मन को तबाह की देगी देशी गरुण V-2 तोप, खमरिया फायरिंग रेंज में हुआ सफल परीक्षण
360 डिग्री पर दुश्मन को तबाह की देगी देशी गरुण V-2 तोप, खमरिया फायरिंग रेंज में हुआ सफल परीक्षण

जबलपुर। लॉन्ग पू्रफ रेंज खमरिया (एलपीआर) में निजी क्षेत्र रक्षा कंपनी भारत फोर्ज लिमिटेड (बीएफएल) की कम वजन वाली दो माउंटेड तोप का परीक्षण किया गया। इनमें बोफोर्स की तरह 155 एमएम 39 कैलीबर यूएलएच और 105 एमएम गरुण वी-2 तोप शामिल हैं।

दोनों शक्तिशाली तोप की कई राउंड की फायरिंग यहां पर की गई। यह दूसरा मौका है जब इस कंपनी की तोप का परीक्षण जबलपुर में किया गया है। यह दोनों ही तोप अत्याधुनिक अल्ट्रालाइट वेट गन सिस्टम पर आधारित हैंं।

दुश्मन को चकमा देने में सक्षम

वीकल पर माउंटेड होने की वजह से मोर्चे पर इनकी तैनाती आसानी से की जा सकती है। दुश्मन को चकमा देने में भी प्रणाली काम आती है। एलपीआर में उच्च क्षमता वाली तोप का परीक्षण शारंग और धनुष तोप के साथ शुरू हुआ था। रक्षा मंत्रालय ने अब निजी क्षेत्र को भी इन संसाधनों का उपयोग करने की अनुमति दी है।

ऊंचे स्थान पर तैनाती आसान

105 मिमी गरुड़ वी-2 अल्ट्रालाइट वेट गन सिस्टम है। इसमें अत्याधुनिक हाइब्रिड रिकॉइल सिस्टम है जो, 360 डिग्री फायरिंग क्षमता से लैस है। इस मिनी तोप को बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्र में आसानी से तैनाती की जा सकती है। यह 4 वाय 4 व्हील वाले चेसिस पर लगाया जा सकता है। इस क्षमता की तोप जीसीएफ में बनती है। उसे 105 एमएम लाइट फील्ड गन के नाम से जाना जाता है।

बीएफएल के द्वारा विकसित की गई 155 एमएम 39 एमम तोप का भी सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसके आयुध को विशेष रूप विकसित किए गए 130 एमएम कैरिज पर आजमाया गया। मौजूदा समय में इतना कैलीबर की तोप बोफोर्स है जिसका उपयोग भारतीय सेना अभी करती है। लेकिन, यह माउंटेड तोप है। एलपीआर में इसका परीक्षण जमीन पर किया गया।

एलपीआर खमरिया के प्रभारी कमांडेंट ने बताया कि भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के तहत डीजीक्यूए की परीक्षण सुविधाएं निजी क्षेत्र को आरएंडडी उद्देश्य के लिए उपलब्ध कराई गई हैं। इसी के तहत बीएफएल द्वारा विकसित 105 एमएम गरुण वी-2 और 155 एमएम 39 कैलीवर अल्ट्रा लाइट वेट गन का परीक्षण रेंज में किया गया।

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